न्यूयॉर्कः न्यूयॉर्क के प्रसिद्ध टाइम्स स्क्वायर के आसपास आईसीसी टी20 विश्व कप को लेकर ज्यादा हलचल नहीं है लेकिन भारत बनाम पाकिस्तान मैच के लिए यहां का लौंग द्वीप नीले रंग (भारतीय टीम की जर्सी का रंग) और कुछ हरे रंग से पटा दिखा। उपमहाद्वीप में क्रिकेट की दीवानगी किसी से छुपी नहीं है और जब बात भारत बनाम पाकिस्तान मैच की हो तो सोशल मीडिया से लेकर वास्तविक दुनिया में भावनाओं का ज्वार चरम पर होता है।
खेल की यह दीवानगी एक दिन के लिए सही अमेरिका में पूरे उफान दिखा जहां हैदराबाद के आईटी पेशेवर, गुजरात के व्यवसायी, बंगाल के शिक्षाविद और लाहौर के रेस्तरां मालिक के लिए कड़ी मेहनत से अर्जित डॉलर को खर्च करने में कोई शिकायत नहीं दिखी। इन लोगों को भारत-पाक मैच में रोहित शर्मा का पुल-शॉट, विराट कोहली का कवर-ड्राइव या शाहीन शाह अफरीदी का यॉर्कर को स्टेडियम से देखने का शायद एक ही मौका मिले और वे इसे चूकना नहीं चाहते है।
न्यूयॉर्क के प्रमुख स्थल मैनहटन से लगभग 54 किलोमीटर दूर इस मैदान की तरफ आने वाली सड़कों पर सुबह से ही भारी भीड़ दिखी। सुबह इस क्षेत्र में बारिश हुई लेकिन इसने भी लोगों के जोश को ठंडा नहीं पड़ने दिया। सुरक्षा की दृष्टि से कई सड़क बंद होने के कारण लोगों को काफी दूरी तक पैदल यात्रा करनी पड़ी लेकिन उन्हें इससे भी कोई शिकायत नहीं थी।
भारत बनाम पाकिस्तान मैच के लिए विशेष रूप से अपने दोस्त के साथ न्यूयॉर्क आई डलास की एक डेटा इंजीनियर अलेखया ने कहा, ‘‘हमने इस मुकाबले को देखने के लिए लगभग 3000 अमेरिकी डॉलर खर्च किए हैं। मैं ऐसे बहुत से लोगों को जानती हूं जिन्हें टिकट नहीं मिला। इसलिए जब हमें टिकट मिला, तो हम किसी भी कीमत पर मौका नहीं चूकना चाहते थे।”
लाहौर का 20 वर्षीय पाकिस्तानी छात्र मुहम्मद नासाउ स्टेडियम से कुछ ही मील की दूरी पर रहते है लेकिन वह टिकट पाने में कामयाब नहीं हुए। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिए बहुत निराशाजनक है। मैं तब से टिकटों की कीमतों पर नजर रख रहा हूं जब से वे आम जनता के लिए उपलब्ध थे। मैं स्टेडियम से मैच देखना चाहता था, लेकिन एक छात्र होने के नाते, मैं उन महंगे टिकटों को खरीदने का जोखिम नहीं उठा सकता।”
आईसीसी मैच के दौरान किसी भी तरह के राजनीतिक संदेश को दिखाने से मना करता है लेकिन यह पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टी) के समर्थक को एक सीटर विमान की मदद से स्टेडियम के ऊपर मंडराते हुए ‘इमरान खान को मुक्त करो’ का बैनर प्रदर्शित करने से नहीं रोक सका।