चंडीगढ़, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने बिजली की दरों में वृद्धि किए जाने की निंदा की है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने जालंधर संसदीय उपचुनाव जीतने के तुरंत बाद सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में बढ़ोतरी कर झूठ और धोखे की राजनीति पर महारत हासिल कर ली है।
अकाली दल अध्यक्ष ने कमरतोड़ बिजली की वृद्धि को तत्काल वापिस लेने की मांग करते हुए कहा, “आप पार्टी ने पंजाबियों को पार्टी में विश्वास जताने के लिए उन्हें दंडित किया है।” उन्होंने कहा कि आप ने जालंधर उपचुनाव में 300 यूनिट मुफ्त बिजली का प्रदर्शन कर यह चुनाव लड़ा था। आज बिजली में बढ़ोतरी कर इसे प्रभावी ढंग से समाप्त कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का यह कहना कि पंजाब सरकार उपभोक्ताओं को उनके द्वारा वहन की जाने वाली अतिरिक्त लागत के लिए सब्सिडी देगी, जबकि पीएसपीसीएल को भुगतान करके 300 यूनिट की मुफ्त योजना का लाभ उठा सकेंगे। सरकार पर पहले से ही पीएसपीसीएल का 20,400 करोड़ रुपया बकाया है, तथा वह अतिरिक्त बोझ उठाने की स्थिति में नहीं है।
उपभोक्ताओं की जेब पर बोझ डाला पंजाब सरकार ने- वड़िंग
पंजाब कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने बिजली की दरों में वृद्धि को लेकर कहा है कि पंजाब सरकार ने उपभोक्ताओं के जेब पर बोझ डाल दिया है। सरकार ने बिजली बढ़ोतरी भी तब की है जब जालंधर उपचुनाव के परिणाम आ गए। सरकार का यह तानाशाही फैसला आम लोगों की परेशानी में बढ़ोतरी करेगा।
सरकार ने जालंधर जीत का दिया तोहफा- अश्विनी शर्मा
भाजपा के प्रदेश प्रधान अश्विनी शर्मा का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब की जनता को जालंधर की जीत का तोहफा राज्य में बिजली के दाम बढ़ा कर दिया गया है। आम आदमी पार्टी द्वारा सत्ता में काबिज होने के लिए पंजाबियों से मुफ्त बिजली, 1000 रुपए प्रति महिला आदि सहित कई अन्य झूठे वादे कर लोगों को धोखा दिया और अब जालंधर लोकसभा उपचुनाव में भी एक बार फिर से अपने झूठ पर पर्दा डालने की भरपूर कोशिश की, लेकिन चुनाव जीतने के दूसरे दिन ही भगवंत मान सरकार ने राज्य की जनता को बिजली के दाम बढ़ा कर अपनी जीत का तोहफा दे दिया गया है।