जालंधर: आखिरकार शहर में आटो और रिक्शा चालक ग्रे रंग की वर्दी में दिखाई देने शुरू हो गए हैं। करीब अढ़ाई माह के इंतजार और ट्रैफिक पुलिस की जागरूकता के बाद शहर में आटो/ई रिक्शा चालकों का ड्रेस कोर्ड लागू हो गया है लेकिन फिलहाल पूर्ण तरीके से यह लागू नहीं हो पाया है। हालांकि ज्यादातर आटो और ई रिक्शा चालक ग्रे रंग की वर्दी में दिखाई देने शुरू हो गए हैं।
दरअसल 18 जनवरी को जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के पूर्व ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक कंवलप्रीत सिंह चाहल ने ग्रे रंग की वर्दी को लेकर पहली बार आटो व ई रिक्शा यूनियन के प्रधानों के साथ मीटिंग की थी लेकिन उस वक्त आटो और ई रिक्शा चालकों की तरफ से आर्थिक हालातों के कारण अचानक से वर्दी का इंतजाम न कर पाने का पक्ष रखा जिसके चलते ट्रैफिक पुलिस ने कुछ ढील दे दी थी।
अब ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक की कमान संभालने के बाद पी.पी.एस. अमनदीप कौर भी लगातार आटो और ई रिक्शा यूनियन के प्रधानों के संपर्क में थी जिसके चलते ड्रेस कोर्ड सिस्टम अपना लिया गया। हालांकि ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी जल्द से जल्द आटो और ई रिक्शा चालकों को ड्रेस पर पहचान पत्र वाला बैच और आटो के आगे व पीछे ड्राइवर का नाम, लाईसैंस नंबर, वाहन का नंबर, मोबाइल नंबर, पुलिस कंट्रोल रूम और महिला हैल्प लाइन के नंबर प्रिंट करवाने को भी कहना शुरू हो गई है।
पहली मीटिंग लेने वाले शहर के पूर्व ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक कंवलप्रीत सिंह चाहल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ड्रेस कोर्ड लागू करने का मकसद शहर में बिना ड्रेस के कोई भी आटो व ई रिक्शा न चलने देने का था और दूसरा कारण क्राइम से संबंधित है। उन्होंने बताया कि खास करके रात को चलने वाले आटो पर पुलिस की नजर होगी और बिना ड्रेस के आटो या फिर ई रिक्शा को चैकिंग के लिए कहीं भी रोका जा सकता है।
कारण यह है कि उस समय जालंधर में आटो और ई रिक्शा सवार सवारियों से छीना झपटी की वारदातें हुई जबकि आटो चालक द्वारा एक डी.एस.पी. की हत्या का मामला भी तब तूल पकड़े हुआ था। आटो के आगे और पीछे ड्राइवर का नाम आदि प्रिंट करवाने के आदेश भी इसी लिए दिया गया था ताकि अगर कोई भी वारदात आटो या फिर ई रिक्शा पर की जाती है तो सी.सी.टी.वी. कैमरों की मदद से उनकी पहचान करवानी आसान हो जाए। हालांकि इससे पहले ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक अमनदीप कौर से भी बात करने की कोशिश की गई थी लेकिन फोन न उठाने के कारण उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।
बिना ड्रेस के आटो ई रिक्शा चालक होंगे राडार पर
पुलिस की मानें तो आटो ई रिक्शा चालकों की मजबूरी के कारण ज्यादा दबाव न डालते हुए उन्हें ड्रेस लेने के लिए समय सीमा की छूट दी गई थी। अब चूंकि ज्यादातर आटो और ई रिक्शा चालकों ने ड्रेस पहननी शुरू कर दी है और अब बिना ड्रेस वाले आटो व ई रिक्शा चालक राडार पर होंगे। जिन चालकों ने ड्रेस नहीं पहनी होगी उन्हें नाकों पर रोका जाएगा और सभी दस्तावेज भी चैक किए जाएंगे। ड्रेस कोर्ड के अलावा भी अगर उनके पास कोई दस्तावेज न हुआ तो उनके चालान काटने भी जल्द शुरू किए जा रहे हैं।