नई दिल्ली: नंगल में विश्व हिंदू परिषद नेता विकास बग्गा की हत्या की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस हत्याकांड से जुड़ी पूरी जांच रिपोर्ट तलब की है। विदेश स्थित आतंकी संगठनों के लिंक मिलने के बाद गृह मंत्रालय इस पूरे मामले में सक्रिय हो गया है।
विकास बग्गा मर्डर केस
13 अप्रैल को रोपड़ जिले के नंगल में विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पंजाब पुलिस ने दो हमलावरों को गिरफ्तार भी किया है। हमले में इस्तेमाल स्कूटर, 2 पिस्तौल और 16 गोलियां बरामद की गई हैं। हमलावरों की पहचान मनदीप कुमार और सुरिंदर कुमार के रूप में हुई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पंजाब पुलिस ने सुलझाया हत्या का मामला
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने दावा किया कि पंजाब पुलिस ने वीएचपी नेता की हत्या का मामला सुलझा लिया है। एक्स पर एक पोस्ट में डीजीपी गौरव यादव ने लुिखा हैं, कि एक बड़ी सफलता में रूपनगर पुलिस ने एसएसओसी मोहाली के साथ एक संयुक्त अभियान में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी मास्टरमाइंडों द्वारा समर्थित आतंकवादी मॉड्यूल के 2 गुर्गों की गिरफ्तारी के साथ 3 दिनों से भी कम समय में विकास प्रभाकर हत्याकांड को सुलझा लिया है।
वैज्ञानिक जांच के आधार पर हमलावरों की पहचान मंदीप कुमार उर्फ मांगी और सुरिंदर कुमार उर्फ रिक्का के रूप में की गई है, जिन्हें आज 32 बोर के 2 हथियार, पिस्तौल, 16 जिंदा कारतूस, 1 खाली प्रयुक्त कारतूस और अपराध में इस्तेमाल की गई एक टीवीएस ज्यूपिटर स्कूटी के साथ गिरफ्तार किया गया है।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह एक आतंकी मॉड्यूल है, जो पुर्तगाल और अन्य स्थानों से संचालित होने वाले विदेशी-आधारित संचालकों द्वारा संचालित और वित्त पोषित है। मनदीप कुमार उर्फ मंगी और सुरिंदर कुमार उर्फ रिक्का इन विदेशी-आधारित संस्थाओं के पैदल सैनिक हैं जो पाक स्थित आतंकवादी मास्टरमाइंडों के संचालक हैं। पैसे का लालच देकर पैदल सैनिकों की भर्ती की गई है