ऑपरेशन कावेरी के तहत संघर्षग्रस्त सूडान से हक्की पिक्की जनजाति के सदस्यों की सुरक्षित वतन वापसी हुई। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को शिवमोगा में इस समुदाय के लोगों से बातचीत की और ऑपरेशन कावेरी के बारे में बताया।
शिवमोगा, एएनआई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को शिवमोगा में हक्की पिक्की जनजाति समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत की, जिन्हें ऑपरेशन कावेरी के तहत संघर्षग्रस्त सूडान से निकाला गया था। बता दें कि सूडान से भारतीयों की सुरक्षित निकासी के लिए सरकार द्वारा कदम उठाए गए।
हक्की पिक्की जनजाति समुदाय के सदस्यों ने प्रधानमंत्री के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें ऐसा महसूस होता है कि वह डबल इंजन नहीं, बल्कि ट्रिपल इंजन की ताकत का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने याद किया कि कैसे समुदाय के पूर्वज महाराणा प्रताप के साथ खड़े थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया में अगर कोई भी भारतीय किसी तरह की मुश्किल में है तो सरकार तब तक चैन से नहीं बैठती, जब तक उस समस्या का समाधान नहीं हो जाता है।
उन्होंने कहा कि कुछ राजनेताओं ने इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास किया। ऐसे में हमारी चिंता यह थी कि अगर वे यह उजागर करते हैं कि भारतीय कहां छिपे हैं तो उन्हें बड़ा खतरा हो सकता है। इसलिए सरकार ने सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चुपचाप काम किया।
इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने इन लोगों से देश की उस ताकत को याद रखने के लिए कहा, जो उनके लिए खड़ी हुई। उन्होंने उनसे मुसीबत में पड़े लोगों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहने, समाज और देश के लिए योगदान देने को कहा।
ऑपरेशन कावेरी के तहत संघर्षग्रस्त सूडान से कम से कम 3862 लोगों की सुरक्षित वतन वापसी हुई। हालांकि, ऑपरेशन कावेरी अब समाप्त हो चुका है। सऊदी अरब में भारतीय दूतावास ने बताया कि जेद्दा के एक स्कूल में बनाए गए ‘ट्रांजिट फैसिलिटी’ को भी बंद कर दिया गया है। बता दें कि भारत सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में संघर्षग्रस्त सूडान से भारतीयों की सुरक्षित निकासी के लिए ऑपरेशन कावेरी चलाया था।