बर्मिंघम ज्यूरी सेवा से हटाया गया ब्रिटिश सिख, जाने वजह

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लंदन : एक ब्रिटिश सिख, जिसे क्राऊन कोर्ट में ज्यूरी के रूप में काम करने के लिए बुलाया गया था, ने कहा है कि एक सुरक्षा गार्ड ने उसे कृपाण के कारण अंदर नहीं जाने दिया, जिसे एक अमृतधारी सिख को हमेशा अपने साथ रखना होता है। जतिंदर सिंह ने कहा कि हाल ही में बर्मिंघम क्राऊन कोर्ट में ज्यूरी सेवा में शामिल होने से रोके जाने के बाद उन्हें ‘शर्मिंदगी और भेदभावपूर्ण’ महसूस हुआ। उन्हें ‘बर्मिंघम ज्यूरी सेवा से मुक्त’ कर दिया गया। स्मेथविक में गुरु नानक गुरुद्वारे के अध्यक्ष और सिख काऊंसिल यूके के महासचिव सिंह ने कहा कि यह दूसरी बार था जब उन्हें ज्यूरी सेवा के लिए बुलाया गया था।

सिंह ने बताया, ‘सुरक्षा गार्ड ने कहा कि मैं इसे (अपनी कृपाण को) उतार कर उसके पास छोड़ सकता हूं और शाम को इसे ले सकता हूं।’ उन्होंने कहा कि पहली बार सेवा के दौरान उन्हें कोई समस्या नहीं हुई थी। उन्होंने कहा, ‘मैं उस बच्चे की तरह महसूस कर रहा था जो स्कूल गया था और वह अपने साथ कुछ ऐसा ले गया जो उसे नहीं ले जाना चाहिए था और उसे जब्त कर लिया गया।’