PGI की OPD में आने वाले मरीजों को बड़ी राहत, पढ़ें क्या है पूरी खबर

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चंडीगढ़: पी. जी.आई. ओ.पी.डी. में मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच कई मरीजों को ज्यादा गहन जांच की जरूरत पड़ती है। इस कारण डॉक्टर मरीज को पर्याप्त समय नहीं दे पाता। ऐसे में मरीज का इलाज लंबा चलता है और डॉक्टर को भी बीमारी की जड़ तक जाने में वक्त लगता है। इसी को देखते हुए कुछ विभागों ने अपने अलग से स्पैशल क्लीनिक शुरू किए हुए हैं, जहां सिर्फ एक खास बीमारी के मरीज ही आते हैं, जोकि संबंधित विभाग से रैफर होकर क्लीनिक में आते हैं। मरीजों की सहूलियत को देखते हुए पी.जी.आई. ने पिछले दो महीने में दो अलग क्लीनिक खोल लिए  हैं, जिसमें जनरल सर्जरी विभाग का एंडोक्राइन और ब्रैस्ट सर्जरी क्लीनिक लॉन्च और लिवर के मरीजों के लिए मेटाबोलिक क्लीनिक की एक नई सुविधा शुरू की है। एंडोक्राइनोलॉजी और हैपेटोलॉजी दोनों ही विभाग में मरीजों की संख्या कई विभागों से बहुत ज्यादा है। एंडोक्राइनोलॉजी विभाग की डॉक्टर रमा वालिया की मानें तो विभाग में पहले के मुकाबले मरीजों की संख्या बहुत बढ़ी है। किसी एक बीमारी को लेकर मरीज हमारे पास नहीं आते। एंडोक्राइनोलॉजी में हार्मोन्स से सम्बंधित मरीज ज्यादा रहते हैं।

अलग से सुविधा शुरू करने की और योजना
पी.जी.आई. निदेशक कई मौकों पर कहते आए है कि उनकी कोशिश है कि संस्थान में ऐसी सुविधाएं मरीजों के लिए शुरू हो सके, जिसकी मदद से उन्हें बेहतर इलाज तो मिले ही साथ ही उनका वक्त भी बचे। प्रशासन की माने तो जिन विभाग में मरीजों की संख्या ज्यादा है और किस खास बीमारी को लेकर जिसमे ज्यादा वक्त लगता है उनका अलग से सुविधा शुरू करने की और योजना है। स्पेशल क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन अलग होने के साथ ही इनकी ओ.पी.डी. भी अलग अलग वक्त पर चलती है। ऐसे में इन मरीजो को दूसरे सभी मरीजों के साथ लाइन में नहीं लगना पड़ता है।

एक ही छत के नीचे देखभाल प्रदान करना संभव 
पी.जी.आई. हैपेटोलॉजी विभाग ने एंडोक्रिनोलॉजी और डायटेटिक्स विभाग के सहयोग से सोमवार और शुक्रवार को न्यू ओ.पी.डी. कॉम्प्लेक्स में लिवर क्लीनिक में आने वाले मरीजों के लिए नई सेवा पिछले महीने शुरू की है। हैपेटोलॉजी विभाग के हैड डॉ. दुसेजा की मानें तो लिवर क्लीनिक के भीतर मेटाबोलिक क्लिनिक शुरू करने का मकसद क्रोनिक लिवर रोग वाले मरीजों को एक ही छत के नीचे देखभाल पदान करना है, जिनमें से कई में अधिक वजन मोटापा, मधुमेह मेलेटस, उच्च रक्तचाप और डिस्लिपिडेमिया जैसे बिमारियों से परेशान है। जबकि एंडोक्राइन और ब्रेस्ट सर्जरी क्लिनिक सप्ताह में दो बार मंगलवार और शुक्रवार को चल रहा है। क्लीनिक के लिए रजिस्ट्रेशन का वक्त दोपहर 12:00 बजे से 1:00 बजे तक है। यह पहल थायरॉइड, पैराथायराइड, एड्रेनल, न्यूरोएंडोक्राइन और स्तन विकारों (सौम्य या घातक) से संबंधित विशेष उपचार की बढ़ती मांग को लेकर किया गया है। क्लिनिक डायबिटिक फुट से पीड़ित मरीजों को भी सेवाएं दी जा रही है।