नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले धन संकट से जूझ रही कांग्रेस को आयकर विभाग ने बड़ा झटका दिया है। पिछले वर्षों के टैक्स रिटर्न में हुई विसंगतियों के लिए कांग्रेस को 1,700 करोड़ रुपए का नया नोटिस भेजा गया है। बताया जा रहा है कि ब्याज के साथ कर जुर्माना वर्ष 2017-18 से 2020-21 तक के टैक्स रिटर्न में विसंगतियों से संबंधित है। कांग्रेस को ताजा नोटिस इस सप्ताह की शुरुआत में भेजा गया।
आयकर अधिकारियों द्वारा 210 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने और उसके बैंक खातों को ‘फ्रीज’ करने के बाद कांग्रेस पहले से ही धन की कमी का सामना कर रही है। पार्टी को मामले में उच्च न्यायालय से कोई राहत नहीं मिली है और वह जल्द ही सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकती है। पार्टी ने भाजपा पर 19 अप्रैल से शुरू होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले उसे आर्थिक रूप से पंगु बनाने और उसके खिलाफ कर अधिकारियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि पूरे देश को पता चल गया है कि इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले से BJP ने करीब 8,250 करोड़ रुपए चंदा इकट्ठा किया है। BJP ने चंदा लेने का 4 रास्ता अपनाए हैं- चंदा दो – धंधा लो, ठेका लो, चंदा दो, हफ्ता वसूली और शेल कंपनियों से चंदा लो। इलेक्टोरल बॉन्ड को सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के खिलाफ बताया है। बीजेपी सरकार अलग-अलग तरीके से लगातार विपक्ष पार्टी को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। लेकिन कांग्रेस पार्टी डरने वाली नहीं है।