पंजाब के अलग-अलग रूटों की 46 ट्रेनें रद्द , कईयों के बदले रूट, यात्री परेशान

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जालंधर : किसानों के प्रदर्शन के चलते सड़क मार्ग के साथ-साथ ट्रेनें प्रभावित होने लगी है जोकि यात्रियों की परेशानी का सबब बन रही है। पंजाब में आने वाली की ट्रेनें 10 घंटे की देरी से स्टेशनों में पहुंच रही है जिससे यात्रियों को बेहद दिक्कतें पेश आ रही है। इसी क्रम में फिरोजपुर मंडल द्वारा पंजाब के विभिन्न रूटों की 46 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, वहीं 105 ट्रेनों के रूट बदले गए है।

महानगर जालंधर, कैंट, अमृतसर, लुधियाना सहित विभिन्न रूटों से गुजरने वाली 46 ट्रेनों के रद्द होने से रेलवे को भारी वित्तीय नुक्सान हो रहा है। वहीं ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों को गंतव्य पर पहुंचने में देरी हो रही है।

अंबाला रेलवे स्टेशन पर धरने पर बैठे किसानों द्वारा रेल ट्रैक को बंधित किया गया है जिसके चलते पंजाब आने वाली ट्रेने प्रभावित हो रही हैं। इसी के चलते जम्मू-तवी व दरभंगा को शार्ट टर्मीनेट करते हुए बीच रास्ते से वापस लौटा दिया गया। पूरा घटनाक्रम यात्रियों की परेशानी का सबब बन रहा है। रेलवे के फिरोजपुर मंडल द्वारा पंजाब में 46 ट्रेनों को रद्द करने व 105 ट्रेनों के रूट बदलने से मुख्य ट्रेनें प्रभावित हो रही है।

जानकारी के मुताबिक अंबाला कैंट से जालंधर सिटी आने वाली ट्रेन संख्या 4689, जालंधर सिटी से अंबाला कैंट जाने वाली ट्रेन संख्या 4690 को रद्द किया गया है। इसी क्रम में चंडीगढ़-अमृतसर जाने वाली ट्रेन संख्या 12241 व अमृतसर से चंडगीढ़ जाने वाली ट्रेन संख्या 12242 को रद्द करना पड़ा है।

रिफंड के तौर पर लाखों का भुगतान, यात्री बोले हो रही परेशानी

ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों को टिकट रिफंड भले ही मिल रहा है लेकिन यात्रियों का कहना है कि इस सब के चलते उन्हें परेशानी हो रही है। यात्रियों का कहना है कि रिफंड लेने के लिए टिकटें बुक नहीं करवाई थी, अब ट्रेनों के रद्द होने के कारण उन्हें अपने गंतव्य तक जाने के लिए दूसरे विकल्प तलाश करने पड़ेंगे जिससे दिक्कतों बढ़ेगी। यात्रियों का कहना है कि रेलवे को इसका सामाधान करना चाहिए क्योंकि इसी तरह से चलता रहा तो लोगों की परेशानियों में इजाफा होगा।

खाली रेलवे स्टेशन देखकर हो रही हैरानी

रेलवे स्टेशन, बस अड्डा इस तरह से पब्लिक प्लेस होते हैं जहां पर दिन-रात चहल-पहल रहती है लेकिन सिटी रेलवे स्टेशन पर दिन के समय सन्नाटा छाया हुआ था। इस सबको देखकर हैरानी हो रही थी क्योंकि ऐसा प्रतित हो रहा था कि जैसे किसी छोटे शहर के रेलवे स्टेशन का नजारा दिखाई दे रहा हो। किसानों द्वारा अंबाला में दिए जा रहे धरने के चलते पंजाब के रेलवे स्टेशनों में माहौल बदला हुआ नजर आ रहा है।