पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ जहां आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप लग रहे हैं, वहीं उन पर अब सीएम पद के दुरुपयोग के भी आरोप लग रहे हैं। यह आरोप उनके भांजे हनी सिंह से जुड़े हुए हैं।
अब पंजाब विजिलेंस ने भी हनी को उस समय दी गईं वीवीआईपी सुविधाओं को लेकर जांच शुरू कर दी है। विजिलेंस डायरेक्टर ने डीजीपी ऑफिस से हनी को मिलनी वाली सिक्योरिटी, उसके साथ चलने वाले कमांडो और एस्कॉर्ट जिप्सियों का ब्योरा मांग लिया है। उसे दो एस्कॉर्ट गाड़ियां और 18 से 22 कमांडो मिले हुए थे, जो 24 घंटे उसके साथ रहते थे। हनी को सुविधाएं देने के लिए किसने आदेश जारी किए अौर निर्देश कहां से आए थे। विजिलेंस जांच कर रहा है चन्नी के भांजे को किसी भी प्रकार से राज्य सरकार ने संवैधानिक पद नहीं दिया था, न ही उसकी किसी कारपोरेशन या बोर्ड के चेयरमैन या किसी अन्य महत्वपूर्ण पद पर तैनाती थी।