सरवीलैंस और ट्रैफ़िक मैनेजमेंट प्रोजैक्ट दिसंबर में होगा शुरू, डिप्टी कमिशनर ने स्मार्ट सिटी प्रोजैक्टों की समीक्षा की

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जालंधर: डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने शुक्रवार को बताया कि सरवीलैंस और ट्रैफ़िक मैनेजमेंट प्रोजैक्ट इस साल 15 दिसंबर तक तैयार हो जाएगा। डिप्टी कमिश्नर, जो कि सिटी लेवल इवैलूएशन एंड मोनिटरिंग समिति ( सी. एल.ई.एम.सी.) के चेयरमैन भी हैं, ने कहा कि शहर में 188 स्थानों पर 1218 सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने का काम पहले ही चल रहा है और इन कैमरों को इंटैग्रेटिड कमांड कंट्रोल सैंटर के साथ जोड़ा जायेगा। इस मौके पर नगर निगम कमिश्नर ऋषिपाल सिंह भी मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि शहर की निगरानी, अडैपटिव ट्रैफ़िक कंट्रोल सिस्टम और इंटैलीजैंट ट्रैफ़िक मैनेजमेंट सिस्टम, वेरीएबल मेसेज साईन बोर्ड की स्थापना, पब्लिक ऐडरैस्स सिस्टम, एमरजैंसी काल बॉक्स, वीडियो मैनेजमेंट सिस्टम, पोल और जंक्शन बॉक्स, एयर क्वालिटी सैंसर, इंटैग्रेशन, रीजनल डाटा सैंटर इस प्रोजैक्ट का मुख्य हिस्सा है। उन्होंने कहा कि सिटी सरवीलैंस और ट्रैफ़िक मैनेजमेंट सिस्टम को ‘ ई- चालान’, ‘ वाहन’ और अन्य साफटवेयर के साथ जोड़ा जायेगा, जिससे पुलिस को रैड्ड लाईट का उल्लंघन, ओवर स्पीड, ट्रिपल राइडिंग और बिना हेलमेट से ड्राइविंग करने वालों के ई- चालान जारी करने के इलावा कानून- व्यवस्था बनाए रखने में भी मदद मिलेगी।

सारंगल ने स्मार्ट सिटी लिमटिड के अधिकारियों को इस प्रोजैक्ट को पूरा करने और ट्रायल शुरू करने को यकीनी बनाने के लिए भी कहा। स्मार्ट सिटी लिमटिड के अधिकारियों ने डिप्टी कमिश्नर को बताया कि जालंधर में 171. 76 करोड़ रुपए के 44 प्रोजैक्ट पहले ही पूरे किए जा चुके हैं और स्मार्ट सिटी मिशन अधीन बाकी रहते काम भी पूरे होने वाले हैं।

डिप्टी कमिश्नर ने नगर निगम के अधिकारियों को विकास कामों की गुणवत्ता की जांच को भी यकीनी बनाने के लिए कहा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि काम की गुणवत्ता के साथ किसी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इसके इलावा काम का थरड पार्टी आडिट करवाने के भी आदेश दिए गए।

इस दौरान डिप्टी कमिश्नर ने 24* 7 सरफेस वाटर स्पलाई ,बलटर्न पार्क स्पोर्टस हब, बायो माइनिंग प्राजैकट के द्वारा वरियाना में ठोस अवशेष प्रबंधन, मिट्ठापुर हाकी स्टेडियम का आधुनिकीकरन, जी.आई.एस. – लिंकड क्यू आर कोड आधारित प्रापरटी यू.आई.डी. नम्बर प्लेट लगाना और म्यूंसीपल सेवाओं के साथ इसका एकीकरण, सरकारी अस्पतालों की छत पर रेन वाटर हारवैस्टिंग सिस्टम के निर्माण का भी जायज़ा लिया और अधिकारियों को सभी प्रोजैक्ट निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए।