पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति मामले में राज्य के पूर्व मंत्रियों पर शिकंजा कस दिया है। ब्यूरो की तरफ से पूर्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ और पूर्व सेहतमंत्री बलबीर सिंह सिद्धू को पूछताछ के लिए दोबारा तलब किया है। विजिलेंस ने कांगड़ को 31 मई और बलबीर सिंह सिद्धू को 2 जून को समन किया है। ये दोनों इस समय भाजपा के सीनियर नेताओं में शुमार हैं। ऐसे में उनसे पूछताछ को अहम माना जा रहा है।
विजिलेंस ब्यूरो गत साल के अंत से ही दोनों पूर्व मंत्रियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच कर रहा है। दोनों से एक बार पूछताछ भी हो चुकी है। कुछ समय पहले कांगड़ को विजिलेंस ब्यूरो ने तलब किया था। उस समय उन्होंने दलील थी कि उनका घुटनों का ऑपरेशन हुआ है। ऐसे में वह विजिलेंस के समक्ष पेश नहीं हो सकते हैं। उनकी तरफ से विजिलेंस को इस संबंधी सारा रिकॉर्ड भी भेजा गया था।
हालांकि पता चला है कि वह कुछ समय पार्टी की जिला इकाई की मीटिंग में शामिल हुए थे। ऐसे में विजिलेंस अधिकारी यह मानकर चल रहे हैं कि अब वह ठीक हो गए हैं। ऐसे में पूछताछ में शामिल हो सकते हैं। इसके उन्हें समन किए गए है। उनसे बठिंडा विजिलेंस ब्यूरो की टीम द्वारा पूछताछ की जाएगी।
दूसरी तरफ विजिलेंस ब्यूरो सिद्धू से अप्रैल के आखिर में एक बार पूछताछ कर चुका है। फिर उन्हें पांच मई को तलब किया गया था लेकिन उन्होंने संपत्ति से जुड़े दस्तावेज जुटाने के लिए समय मांगा था। इसी बीच जालंधर लोकसभा का उपचुनाव आ गया था। इसके बाद यह मामला बीच में लटक गया था।
चन्नी भी हैं विजिलेंस के निशाने पर
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी विजिलेंस के निशाने पर हैं। सरकार ने उन्हें घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच चल रही है। एक बार वह विजिलेंस के समक्ष पेश हो चुके हैं। दूसरी तरफ विजिलेंस उन्हें दोबारा बुलाने की तैयारी में है जबकि राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उन्हें 31 मई तक का अल्टीमेटम दिया हुआ है। सीएम का कहना है कि वह अपने भांजो और भतीजों से पूछ ले कि उन्होंने नौकरी दिलाने पर कितने पैसे लिए है। उन्होंने कहा है कि वह 31 मई को नाम सार्वजनिक करेंगे जबकि चन्नी साफ कर चुके हैं कि उनके भतीजों ने कोई पैसा नहीं लिया है।