PGIMER ने Renal Transplant की 50वीं वर्षगांठ मनाई, देश भर में 200 से अधिक लोगों में दिखा उत्साह

pgimer-celebrates-50th-anniversary-of-renal-transplant

48
0

चंडीगढ़ : पीजीआईएमईआर ने 21 जून 1973 को अपना पहला गुर्दा ट्रांसप्लांट किया था और अब तक पीजीआईएमईआर ने जीवित और मृतक दोनों सहित 4700 से अधिक गुर्दा ट्रांसप्लांट को पूरा किया है, जिससे अनमोल जीवन बचा है। पीजीआईएमईआर के रीनल ट्रांसप्लांट सर्जरी विभाग ने आज यहां पीजीआईएमईआर के नाइन ऑडिटोरियम में रीनल ट्रांसप्लांट सर्जरी शुरू करने की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक प्रभावशाली और आकर्षक कार्यक्रम का आयोजन किया।

देश भर से 200 से अधिक प्रतिनिधियों की भागीदारी वाले इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पीजीआईएमईआर के निदेशक प्रोफेसर विवेक लाल और राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन ट्रांसप्लांट कार्यक्रम, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के निदेशक डॉ अनिल कुमार ने की। घटना के मूल्य और प्रोफ़ाइल को जोड़ते हुए पीजीआईएमईआर में गुर्दा ट्रांसप्लांट के अग्रदूत मौजूद थे, जिनमें पदम प्रोफेसर मुकुट मिंज, प्रोफेसर विनय सखूजा और प्रोफेसर आरके सूरी शामिल थे, जिन्होंने गुर्दा ट्रांसप्लांट की यात्रा का पता लगाने के दौरान दर्शकों के साथ बातचीत की।