जानिए कौन हैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के दामाद और PM मोदी से क्या है कनेक्शन

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Nirmala Sitharaman’s son-in-law : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बेटी की शादी बीते दिन बड़ी सादगी से उनके घर पर ही हुई। बेटी परकला वांगमयी की शादी में न कोई मंत्री और न ही कोई बड़ा नेता बुलाया गया था। समारोह में केवल करीबी लोग हीं शामिल हुए। सीतारमण के दामाद प्रतीक दोशी कौन हैं और प्रधानमंत्री मोदी से उनका क्या रिश्ता है, पीएम मोदी के साथ प्रतिक कब से हैं, आइए जानते हैं

Nirmala Sitharaman’s son-in-law : गुरुवार 8 जून 2023 को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बेटी परकला वांगमयी की शादी बड़ी सादगी से सम्पन्न हुई। बिना किसी शोर-शराबे या धूम धड़ाके के बेंगलुरु में एक सादा समारोह में परिकला वांगमयी, गुजरात के रहने वाले प्रतीक दोशी के साथ शादी के बंधन में बंध गईं। इस फंक्शन में कोई बड़ा नेता या फेमस आदमी नहीं आया था। वित्त मंत्री ने शादी की सभी रस्में पूरी कीं और इस समारोह में सिर्फ परिवार के सदस्य और कुछ चुनिंदा दोस्त ही शामिल हुए। यह अपने आप में बेहद चौंकाने वाला मामला है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में ताकतवर पोर्टफोलियो संभालने वाली एक मंत्री की अपनी बेटी की शादी हो और सबकुछ इतनी सादगी से हो जाए।

वित्त मंत्री सीतारमण की बेटी वांगमयी की शादी प्रधानमंत्री मोदी के बेहद करीबी प्रतीक दोशी से हुई है। शादी ब्राह्मण परंपरा के अनुसार, उडुपी अदामारू मठ के संतों के दूल्हा और दुल्हन को आशीर्वाद देने के साथ संपन्न हुई। लेकिन क्या आप जानते हैं वित्त मंत्री के दामाद प्रतीक दोशी कौन है और क्या काम करते हैं? तो बता दें कि वे प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी के बेहद खास अधिकारी हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय में कई अहम जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वहीं उनकी बेटी वांगमयी एक फीचर राइटर है। वे मिंट-लाउंज के बुक्स एंड कल्चर विभाग के लिए काम करती हैं।
प्रतिक दोशी गुजरात के रहने वाले हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय में स्पेशल ड्यूटी ऑफिसर ( OSD ) के रूप में काम करते हैं। जब पीएम मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने, तब वे साल 2014 में दिल्ली चले गए थे। उनका जून 2019 में संयुक्त सचिव के पद पर प्रमोशन किया गया था।

प्रतिक दोशी ने सिंगापुर मैनेजमेंट स्कूल से ग्रेजुएट किया हैं। उन्होंने इससे पहले मोदी के गुजरात मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान गुजरात मुंख्यमंत्री कार्यालय में एक रिसर्च असिस्टेंट के रूप में काम किया था, तभी पीएम मोदी को दोशी पसंद आ गये थे ।

पीएमओ वेबसाइट के अनुसार, वे पीएमओ की रिसर्च एंड स्ट्रैटजी विंग में काम करते हैं। दोशी को पीएम मोदी का ‘आंख और कान’ कहें तो गलत नहीं होगा। एक रिपोर्ट के अनुसार वे कथित तौर पर सरकार में शीर्ष नौकरशाहों और महत्वपूर्ण लोगों पर 24*7, 360 डिग्री निगरानी रखते हैं। वे उनके चयन और नियुक्तियों पर इनपुट और फीडबैक देते हैं।