सरकार का बड़ा प्लान! गर्मी की छुट्टियों में बच्चों को नहीं मिलेगा होम वर्क लेकिन करना होगा ये काम

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चंडीगढ़ हरियाणा के सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को गर्मी की छुटि्टयों में भारी भरकम होमवर्क से मुक्ति देने की तैयारी है।
शिक्षा विभाग ने कुछ पॉइंट्स तैयार किए हैं। इसके तहत होमवर्क में निबंध, सुलेख, पहाड़े, गिनती दिखने लिखने-रटने के बजाय एक्सपीरियंस लर्निंग पर जोर दिया है.
यह लर्निंग घर पर परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर लेनी हैं। एक माह की छुटि्टयों को 4 सेक्शन में बांटा गया है।
इनके अनुसार, बच्चों को छुटि्टयों में खाना खाते समय टीवी, मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना है।
एक दिन मोबाइल से व्रत रखना है। परिवार के सदस्यों के 10 मोबाइल नंबर याद करने हैं।
बच्चों को अपने दादा-दादी, नाना-नानी से पूछना है कि उनके विवाह में कौन सी मिठाई बनी थी।
अपने शहर का नाम, पिन कोड पता करना है। रसोई के मसालों को छूकर व सूंघकर देखना है। बच्चों के परिजनों से टीचर्स बीच-बीच में फीडबैक लेंगे।
इसके लिए टीचर्स को बाकायदा ट्रेनिंग दी जा रही है। छुटि्टयों में दादा-दादी, नाना-नानी, माता-पिता व परिवार के बड़े सदस्य बच्चों के मेंटर की भूमिका में होंगे।
बता दें कि स्कूलों में गर्मी की छुट्‌टियां सरकारी स्कूलों में 1 जून से होंगी। प्रदेश में सरकारी प्राइमरी स्कूलों में करीब 11 लाख बच्चे पढ़ते हैं।
शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर का कहना है कि विद्यार्थी गर्मियों की छुटि्टयों में इस बार घर पर परिजनों के बीच रहकर ऐसी एक्टिविटी करेंगे, जिससे वे बहुत कुछ सीखेंगे।
एक माह की छुटि्टयों को 4 सेक्शन में बांटा
सेक्शन-ए: परिवार के सदस्यों के 10 फोन नंबर याद करेंगे
मूंग, उड़द, चना दाल को अंकुरित कर रोज फोटो लेंगे।
आम, नीम, जामुन, ईमली, लीची की गुठलियों को उगाना है।
खेत, क्यारी, गमले में मक्की, भिंडी, घीया, तोरी के बीज लगाएंगे। पौधे की लंबाई नापेंगे। गमलों में पानी डालेंगे। पौधे की देखभाल करेंगे।
खरबूजे, तरबूज के बीजों को निकालकर साफ करेंगे। उनकी गिनती करेंगे।
तीन पहेलियां याद करेंगे। इन्हें अपनी उम्र के बच्चों से पूछेंगे।
फैमिली मेंबर्स के जूतों के नंबर लिखना। परिवार के 10 सदस्यों के मोबाइल नंबर याद करना।
सेक्शन-बी: रसोई के मसालों को छूकर-सूंघकर देखेंगे…
रसोईघर की हर जानकारी जुटाएंगे। जैसे-बर्तनों के नाम, संख्या, आकार, धातू, उपयोग के बारे में लिखना। आटा, नमक, दाल आदि की जानकारी लेना।
रसोई के मसाले, दाल अन्य खाद्य सामग्रियों के नाम लिखना। उन्हें छूकर और सूंघकर देखना।
अखबार, टीवी आदि से नहाने के साबुन के नाम, रिफाइंड तेल, पेय पदार्थ आदि के नाम लिखना।
घर में रखी वस्तुओं की सूची बनाएंगे। घर में रोजाना कितने घंटे पंखा चलता है। रिकाॅर्ड रखेंगे।
भोजन करते समय टीवी, मोबाइल का प्रयोग न करना। मोबाइल से एक दिन परहेज करना।
सेक्शन-सी: दादा-दादी से पूछेंगे-शादी में क्या मिठाई थी
परिवार के साथ समय बिताना होगा। दादा-दादी, नाना-नानी के साथ फैमिली ट्री बनाना।
दादा-दादी, नाना-नानी के पांव दबाना, उनके साथ खेलना।
एक प्रार्थना याद करना, भजन, शबद या धार्मिक गीत याद करना।
5 चुटकुले याद करना, सुनाना, सांप-सीढ़ी, लूडो, कैरम खेलना।
सुबह जल्दी उठना, बिस्तर तह करना, योग करना सीखना।
3 मिनट में एक नल से कितना पानी आता है, यह लिखना।
पूरे परिवार के सदस्यों की लंबाई व भार मापना।
दादा-दादी, नाना-नानी की शादी में कौन सी मिठाई बनी थी, उनसे चर्चा कर वीडियो बनाना।
सेक्शन-डी: अखबारों से प्लेयर्स की तस्वीरें एकत्रित करेंगे…
समाचार पत्रों से विद्यार्थी खिलाड़ियों की तस्वीरें एकत्रित करेंगे। उनके नाम और खेल के बारे में जानकारी हासिल करेंगे।
स्कूटर, कार, बाइक रोजाना कितनी चलती है, उसके एक माह का तेल का रिकाॅर्ड रखेंगे।
कितनी देर मोबाइल का प्रयोग किया, टीवी कितनी देर देखा।
घर से पार्क, मंदिर, दुकान, स्कूल कितनी दूर है, रोजाना कितने कदम चलते हैं, इसका रिकाॅर्ड रखना होगा।
छुटि्टयों में की गई यात्रा का विवरण, कहां-कहां गए।
डाकघर, बैंक, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सब्जी मंडी व अनाज मंडी का भ्रमण करना।