बेड पर नोटों की गड्डी, सोने-चांदी के जेवर…सट्टेबाजी केस में ED ने सीज की 417 करोड़ की संपत्ति

wad of gold notes on the bed

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नयी दिल्ली, 15 सितंबर: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में 417 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त और ‘फ्रीज’ कर ली है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

अधिकारियों ने आरोप लगाया कि दुबई से संचालित यह कंपनी नए उपयोगकर्ताओं को जोड़ने, उपयोगकर्ता आईडी  बनाने तथा कई बेनामी बैंक खातों के जरिए धन शोधन करने के लिए ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्लिकेशन का उपयोग करती थी. कंपनी के प्रवर्तक सौरभ चंद्राकर और  रवि उप्पल हैं.

एजेंसी ने एक बयान में आरोप लगाया, ‘‘ईडी ने हाल में कोलकाता, भोपाल, मुंबई आदि शहरों में महादेव एपीपी से जुड़े धन शोधन नेटवर्क के खिलाफ व्यापक स्तर पर छापेमारी की थी. उसने इस दौरान कई सबूत एकत्र किए और अपराध से अर्जित 417 करोड़ रुपये की राशि जब्त/फ्रीज की गई है.’’

अधिकारियों ने कहा कि ईडी की जांच से पता चला है कि ‘महादेव ऑनलाइन बुक ऐप’ संयुक्त अरब अमीरात स्थित केंद्रीय मुख्यालय से संचालित होती है. ईडी ने कहा कि यह अपने ज्ञात सहयोगियों को 70-30 प्रतिशत लाभ अनुपात पर ‘‘पैनल/शाखाओं’’ की फ्रेंचाइजी देकर काम करती है.

एजेंसी ने कहा कि सट्टेबाजी की आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला संचालन किए जाते हैं. ईडी ने कहा कि नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए सट्टेबाजी वेबसाइट के विज्ञापन को लेकर भारत में नकद में भी बड़ा खर्च किया जा रहा है.

कंपनी के प्रवर्तक छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं और ‘महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप्लिकेशन’ अवैध सट्टेबाजी वेबसाइट के लिए ऑनलाइन मंच की व्यवस्था करने वाला एक प्रमुख माध्यम है.