एक परिवार में 3 हिंदू व एक अमृतधारी सिख, साहिल लाल से बना उज्जल सिंह खालसा

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जालंधर : हम हमेशा एक राज्य, एक शहर, एक मोहल्ले, एक गांव में हिंदुओं और सिखों को एक साथ रहते हुए देखते हैं। लेकिन अगर इन दोनों धर्मों के लोग एक ही परिवार में हों तो हैरानी जरूर होती है. लेकिन जालंधर के दीप नगर इलाके में एक ऐसा परिवार है जहां परिवार के चार सदस्यों में से तीन हिंदू हैं और एक अमृतधारी सिख है।

दीप नगर इलाके में मुरारी लाल का परिवार रहता है। मुरारी लाल के परिवार में उनकी पत्नी रितु लाल, बेटी वान्या लाल हिंदू हैं, लेकिन उनका बेटा उजल सिंह खालसा अमृतधारी सिख है। कुछ साल पहले मुरारी लाल अपने परिवार के साथ दिल्ली से आकर जालंधर के दीप नगर इलाके में बस गए थे। लेकिन आज वह खुद दिल्ली में नौकरी करते हैं और परिवार जालंधर में रहता है।

शुरू से थी सिख बनने की इच्छा
उजल सिंह खालसा का कहना है कि वह बचपन से ही अपने परिवार के साथ मंदिरों और गुरुद्वारों में पूजा-अर्चना और सेवा करने जाते थे। लेकिन उनका मन हमेशा गुरुद्वारे में रहता था। वह अक्सर गुरुद्वारे जाते थे और वहां अपने सिख दोस्तों को देखते थे और उन्हें भी लगता था कि वे भी अमृत छक कर सिख धारण करें। जब उसने इस बारे में अपने माता-पिता से बात की तो उन्होंने उसे मना नहीं किया। उज्जल सिंह खालसा के मुताबिक तीन साल पहले उन्होंने दिल्ली में अमृत ग्रहण किया और पूर्ण सिख बन गए।