शहर और आसपास के इलाकों में जमीन के कारोबार पर माफिया सक्रिय हैं। नियम कायदे को ताक पर रखकर कालोनी काटी जा रही हैं। कृषि भूमि का भू-उपयोग बदलने के नियम का भी कड़ाई से पालन नहीं हो रहा है, जिसका फायदा माफिया उठा रहे हैं। यह खेल सियासत से गठजोड़ और प्रशासनिक स्तर पर सेटिग से चल रहा है। इससे न केवल सरकार को राजस्व के रूप में नुकसान पहुंचाया जा रहा है, बल्कि अनधिकृत कालोनी में प्लाट खरीदने वालों को भी ठगा जा रहा है। ऐसा ही एक मामला बुलंदपुर रोड पर फैक्ट्रियों के सामने मिला है।
यहां पर एक कालोनाइजर द्वारा नियमों को ताक पर रखकर अवैध कालोनी काटी जा रही है। इस खेल में शामिल भू-माफिया सस्ते दाम पर जमीन खरीद रहे हैं। भूमि को कृषि उपयोगी दर्शाकर खरीदा जाता है, लेकिन उसमें कालोनी काटनी शुरू कर दी जाती है। लोगों को सस्ते दाम पर प्लाट बेचने का झांसा देकर ठगने की कोशिश हो रही है। इसके अलावा सरकार को करोड़ों का चूना लगाया जा रहा है। बताया जाता है कि कालोनाइजर की निगम में अच्छी सेटिंग है और आने वाले दिनों में वह 5-7 कालोनियां और काटने की तैयारी में है।
अनधिकृत कालोनियों में तेजी से अवैध निर्माण हो रहे हैं। अवैध कालोनियों के मनमाने प्लान पर तहसील दफ्तर में मुहर भी लग रही है। इसमें जमीन की जांच और निर्माण से आसपास के इलाकों में होने वाली समस्याओं का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा। दलालों की सक्रियता से ही मनमाने काम कराए जा रहे हैं।