ग़ैर-कानूनी मुआवज़ा घोटाला: करोड़ों रुपए का गलत लाभ लेने वाले छह और मुलजिम विजीलैंस ब्यूरो द्वारा गिरफ़्तार

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पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान एस. ए. एस. नगर जिले के गाँव बाकरपुर में अमरूदों के पेड़ लगा कर ग़ैर-कानूनी मुआवज़ा लेने के मामले में मंगलवार को छह और मुलजिमों को गिरफ़्तार किया है। पकड़े गए व्यक्तियों, जिनमें तीन पुरूष और तीन महिलाएं शामिल हैं, ने उक्त गाँव में सरकार की तरफ से ज़मीन एक्वायर करने के दौरान ग़ैर-कानूनी तरीकों से सरकार से करोड़ों रुपए का मुआवज़ा हासिल किया था। अब तक इस घोटाले में शामिल कुल 15 मुलजिमों को गिरफ़्तार किया जा चुका है।

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये राज्य विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले में गिरफ़्तार किये गए व्यक्तियों में मुलजिम पीडी गुप्ता की पत्नी सुनीता गुप्ता, उसका पुत्र गौरव कांसल, निवासी मकान नं. 199, सैक्टर 18, चंडीगढ़, समेत गाँव बाकरपुर के निवासी गुरमिन्दर सिंह और हरमिन्दर सिंह, उनकी माता सुखराज कौर के इलावा दलजीत सिंह की विधवा अमरीक कौर शामिल हैं।

उन्होंने आगे बताया कि उक्त ग़ैर-कानूनी मुआवज़ा घोटाले की जांच के दौरान विजीलैंस ब्यूरो ने राजस्व विभाग, भूमि अधिग्रहण कलेक्टर, गमाडा, सब-रजिस्ट्रार मोहाली, बाग़बानी विभाग आदि से बहुत से दसतावेज़ी रिकार्ड प्राप्त किये हैं और कथित लाभार्थियों की कार्यवाहियों और उनकी भूमिका के बारे विस्तार से विश्लेषण किया है जिस दौरान पता लगा कि इन लाभार्थियों ने अलग-अलग विभागों के कुछ अधिकारियों/कर्मचारियों की मिलीभुगत से ख़ुद को गलत फ़ायदा पहुँचाया है और सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुँचाया है।

निष्कर्ष के तौर पर, इस मुकदमे में बहुत से लाभार्थियों को मुलजिम के तौर पर नामज़द करने के उपरांत मंगलवार को उनकी गिरफ़्तारी के लिए उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई।

प्रवक्ता ने आगे बताया कि पड़ताल के दौरान यह भी देखा गया कि पी. डी. गुप्ता, उसकी पत्नी सुनीता गुप्ता और उनके दोनों पुत्रों गौरव कांसल और अभिषेक कांसल, निवासी मकान नं. 199, सैक्टर 18, चंडीगढ़ ने साल 2018 में बाकरपुर गाँव में एक एकड़ ज़मीन खऱीदी थी जिसमें हरेक मैंबर का बराबर 1/4 हिस्सा था। ज़मीन प्राप्ति की प्रक्रिया के दौरान उन्होंने धोखे से उक्त ज़मीन पर 2016 से अमरूद का बाग़ लगाने का झूठा दावा करके मुआवज़ा लेने के लिए लगभग एक करोड़ रुपए प्राप्त किये।

जिस कारण इस मामले में उपरोक्त पारिवारिक सदस्यों को मुलजिम के तौर पर नामज़द करके आज गौरव कांसल और उसकी माता सुनीता गुप्ता को गिरफ़्तार कर लिया है।

इसी तरह गाँव बाकरपुर निवासी अमर सिंह के दोनों पुत्र गुरमिन्दर सिंह और हरमिन्दर सिंह और उनकी माता सुखराज कौर ने भी धोखादेही के साथ राजस्व और बाग़बानी विभागों के अधिकारियों की मिलीभुगत से उनसे 1.84 करोड़ रुपए प्रति मैंबर मुआवज़े का दावा हासिल किया। उनको इस मामले में मुलजिम के तौर पर नामज़द करके ब्यूरो की तरफ से गिरफ़्तार कर लिया गया है।

इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये उन्होंने बताया कि गाँव बाकरपुर के दलजीत सिंह की विधवा अमरीक कौर और उसके लडक़े वरिन्दर सिंह ने कथित तौर पर 1.25 लाख रुपए प्रति मैंबर गलत मुआवज़ा लिया है। अमरीक कौर को इस मामले में मुलजिम के तौर पर नामज़द करके गिरफ़्तार कर लिया है। इसके इलावा, विजीलैंस ब्यूरो की अलग-अलग टीमों ने अन्य मुलजिमों को पकडऩे के लिए राज्य भर में अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की और यह विशेष आपरेशन आगे से भी जारी रहेगा।