Partnership में काम करने वाले Alert! कहीं आपके साथ भी न हो जाए कुछ ऐसा

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जालंधर : जालंधर में एक रिटायर तहसीलदार के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जानकारी मुताबिक आरोपी रिटायर तहसीलदार को झांसे लेकर सारे पैसे लेकर कनाडा फरारा हो गए। बताया जा रहा है कि आरोपी केस दर्ज होने से पहले ही कनाडा भाग गए। पीड़ित रिटायर तहसीलदार की पहचान करनैल सिंह के रूप में हुई, जोकि 2020 मार्च में अपने पद से रिटायर हुए थे। उन्होंने जिसने अधिकांश बचत जालंधर जिले की एक फार्मास्युटिकल फर्म में निवेश की थी, लेकिन उसके पार्टनर ने उससे 38.5 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर दी। जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन वह पहले ही कनाडा जा चुका है।

तहसीलदार करनैल सिंह ने पिछली फरवरी में पुलिस को अपनी शिकायत में कहा था कि उन्हें जालंधर के आबादपुरा के रहने वाले हरदीप कुमार से कम कीमत पर दवाएं मिलती थीं, जिसके कारण दोनों अच्छे दोस्त बन गए। जब वह रिटायर हुए तो हरदीप ने उन्हें सलाह दी कि बेकार रहने की बजाय उन्हें कोई बिजनेस करना चाहिए। हरदीप एक फार्मास्युटिकल फर्म में काम करता था और उसने कहा कि मालिक कनाडा जा रहा है और हम इसे खरीद सकते हैं। करनैल सिंह ने कहा, हमने फिर एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए और मैंने 75% शेयर के लिए 33 लाख रुपए का निवेश किया, जबकि हरदीप ने 11 लाख रुपए का निवेश किया। इसके बाद करनैल सिंह ने उसे 5.56 लाख रुपए और दे दिए। इसके बाद उनकी भाभी को कैंसर होने के कारण उन्हें 6 महीने तक चंडीगढ़ में रहना पड़ा।

इस बीच हरदीप ने पूरी रकम हड़प ली और पिछले साल अक्तूबर में कनाडा चला गया। रिटायर तहसीलदार करनैल ने बताया कि जब उन्होंने फर्म का ऑफिस खोला तो देखा कि वहां बहुत कम दवाइयां थीं, जिनमें से ज्यादातर एक्सपायर हो चुकी थीं। हिसाब-किताब का भी कोई रिकार्ड नहीं था। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 406 और 420 के तहत आपराधिक विश्वासघात और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।