सिग्नल में गड़बड़ी के कारण बालेश्वर बाहानगा रेल हादसा हुआ था। सिग्नल एवं टेलीकम डिपार्टमेंट में एकाधिक गलतियों की वजह से यह दुर्घटना हुई है। इसके लिए मुख्य रूप से स्टेशन मास्टर एस.वी.महान्ति को जिम्मेदार ठहराया गया है।
हादसे के पीछे रेलवे कर्मचारियों की कई गलतियां
ट्रैक में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने की बात उक्त रिपोर्ट में दर्शायी गई है। इएलवी रिप्लेसमेंट पद्धति में गलती होने की बात रिपोर्ट में कही गई है। इसके आधुनिकीकरण पर रेलवे कर्मचारी ने ध्यान नहीं दिया, जिसकी वजह से यह दर्दनाक हादसा हुआ है।
बाहानगा बाजार स्टेशन में लेवल क्रासिंग फाटक-94 में इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर को बदलकर कार्य ना करना भी एक गलती थी। इसमें एक टीम ने वेयरिंग सर्किट को ठीक किया था, हालांकि वह इसकी पुनरावृत्ति करने में विफल हुई थी।
2 जून को हुआ था भयावह हादसा
कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी की रिपोर्ट में इस तरह की बात उल्लेख किए जाने की जानकारी सूत्रों से मिली है। गौरतलब है कि 2 जून को हुए इस दर्दनाक हादसे में अब तक 293 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी कई लोगों का इलाज चल रहा है। बाहानगा ट्रिपल ट्रेन हादसा में 293 लोगों की जान जाने के साथ ही 1000 से अधिक लोग घायल हुए थे।
दुर्घटना के एक महीने बाद जांच कर रहे रेल सुरक्षा आयुक्त ने हादसे के लिए सिग्नल विभाग के कर्मचारियों के मानवीय भूल को जिम्मेदार ठहराने के साथ ही यांत्रिक गलती या मशीन में गड़बड़ी होने की संभावना का खंडन किया है। वहीं दूसरी तरफ सीबीआई की तरफ इस हादसे के आपराधिक षडयंत्र की सम्भावना को लेकर जांच जारी है।
इससे पहले भी सीबीआई को जांच के दौरान सिग्नल की खराबी होने का पता चला था, जिसके चलते कोरोमंडल दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। बताया गया था कि बाहानगा बाजार स्टेशन के सहायक स्टेशन मास्टर को गड़बड़ी थी, लेकिन उन्होंने इस पर उतना ध्यान नहीं दिया।