शहडोलः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के अति पिछड़े माने जाने वाले आदिवासी समुदाय की सेहत से जुड़े राष्ट्रव्यापी मिशन का आगाज करते हुए कहा कि देश में इसके पहले की सरकारों ने कभी किसी गरीब को उसके इलाज के लिए पांच लाख रुपए की गारंटी नहीं दी है, कांग्रेस जैसे दलों की गारंटी का मतलब नीयत में खोट है और आदिवासी समुदाय ऐसी झूठी गारंटी देने वालों से सावधान रहे। मोदी मध्यप्रदेश के आदिवासीबहुल जिले शहडोल से राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरुआत और प्रदेश में एक करोड़ आयुष्मान भारत कार्ड वितरण के समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, फग्गन सिंह कुलस्ते, एसपीएस बघेल, डॉ भारती पंवार, विश्वेश्वर टुडु और भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा भी उपस्थित रहे।
इस दौरान मोदी ने आदिवासी समुदाय के बीच सर्वाधिक पाई जाने वाली सिकल सेल एनीमिया बीमारी के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने समुदाय के लोगों से अनुरोध किया कि वे सभी इसके लिए कार्ड बनवाएं और ये कार्ड मिला कर ही बच्चों की शादी कराएं। उन्होंने कहा कि उन्होंने लंबे समय तक आदिवासी समुदाय के बीच काम किया है, इसलिए वे इस बीमारी की गंभीरता को समझते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश जब आजादी की 100वीं सालगिरह मनाएगा, तब तक सामूहिक प्रयासों की बदौलत हम इस बीमारी को मात दे देंगे। इसी के साथ उन्होंने कहा कि पिछले 70 सालों में इस समुदाय की कोई सुध नहीं ली गई।
उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने जापान प्रवास के दौरान नोबल पुरस्कार विजेता एक वैज्ञानिक से चर्चा की, जिन्होंने सिकल सेल एनीमिया पर काफी शोध किया है और उनसे इस बीमारी के उन्मूलन में मदद मांगी। मोदी ने आदिवासी समुदाय से कहा कि वे उनसे अलग नहीं हैं, वे भी ऐसे ही परिवेश से आए हैं, इसलिए गरीबों की परेशानियों को समझ पाते हैं। इस दौरान उन्होंने 2013 से तुलना करते हुए देश में विभिन्न बीमारियों में आई कमी का भी उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के लिए आदिवासी समुदाय एक सरकारी आंकड़ा भर नहीं है, बल्कि एक संवेदनशील और भावनात्मक विषय है।
पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत कार्ड वितरण करते हुए कहा कि देश में अभी तक किसी ने किसी गरीब को पांच लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की गारंटी नहीं दी है। उन्होंने कहा कि ये ‘मोदी’ ही है, जो गरीब को अस्पताल में पांच लाख रुपए तक की मुफ्त इलाज की गारंटी दे रहा है। इसी क्रम में उन्होंने कांग्रेस पर ताबड़तोड़ हमले बोलते हुए कहा कि आदिवासी समुदाय झूठी गारंटी देने वालों से सावधान रहे। जिनकी अपनी कोई गारंटी नहीं है, वे आपके पास गारंटी की नई-नई स्कीम लेकर आ रहे हैं। उनकी गारंटी में छिपी खोट को पहचानिए।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई बिजली मुफ्त दे रहा है, तो मतलब बिजली के दाम बढ़ने वाले हैं। मुफ्त सफर की गारंटी का मतलब है, उस राज्य की यातायात व्यवस्था बर्बाद होने वाली है। बढ़ी पेंशन का मतलब है, वहां के कर्मचारियों को तनख्वाह भी नहीं मिलने वाली है। पेट्रोल सस्ता करने का मतलब है, वो कर बढ़ा कर आपकी जेब पर डाका डालने वाले हैं। रोजगार की गारंटी का मतलब है, उस प्रदेश के उद्योग-धंधे चौपट होने वाले हैं। कांग्रेस जैसे दलों की गारंटी का मतलब है, नीयत में खोट और गरीब पर चोट।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 7 साल में जो गरीब के मुफ्त इलाज की गारंटी नहीं दे पाए, वो हमने आयुष्मान भारत से दी। जो धुएं से मुक्त नहीं कर पाए महिलाओं को, वो हमने उज्ज्वला योजना से दी। उनकी गारंटी का मतलब है, कहीं ना कहीं कुछ गड़बड़ है। उनकी एकजुटता की कोई गारंटी नहीं है। परिवारवाद में डूबे उन दलों के पास देश के सामान्य युवा को आगे बढ़ाने की गारंटी नहीं है। देशविरोधी तत्वों के साथ बैठने वालों के पास आतंकमुक्त भारत की कोई गारंटी नहीं है। वो गारंटी देकर निकल जाएंगे, पर भुगतना आपको पड़ेगा।
उन्होंने जनजातीय समुदाय के समक्ष भाषा की चुनौती का भी उल्लेख करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्थानीय भाषा में पढ़ाई की सुविधा है, लेकिन ‘झूठी गारंटी’ वाले इसका भी विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में जल-जंगल लूटने वालों को संरक्षण मिलता था, अब भाजपा सरकारों ने पृथक आदिवासी मंत्रालय बनाया और पेसा अधिनियम लागू किया। मोदी ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि जिन्होंने दशकों तक सरकार चलाई, उनका आदिवासियों के साथ कैसा रवैया था। जब भाजपा ने एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव दिया, तब उनका रवैया कैसा था। इसके पहले मोदी दोपहर को विशेष विमान से जबलपुर पहुंचे, जहां से वे हेलीकॉप्टर से शहडोल आए। श्री मोदी ने जिले के पकरिया में आदिवासी समुदाय के लोगों, पेसा समिति के सदस्यों, जिले में कई स्थान पर खुले फुटबॉल क्लब के सदस्यों और स्वसहायता समूह की ‘लखपति दीदियों’ से चर्चा भी की। श्री मोदी ने इस खाट पंचायत के दौरान आदिवासी संस्कृति, नृत्य के साथ आदिवासी समुदाय के व्यंजनों का भी आनंद लिया।