अमृतसर : श्री दरबार साहिब में योगा करने वाली युवती पर एफआईआर लेने की धमकी के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) का बयान सामने आया है। इस बीच एसजीपीसी महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने योगा गर्ल को जवाब देते हुए कहा कि श्री दरबार साहिब आस्था का केंद्र है। यहां अलग-अलग धर्मों के श्रद्धालु मत्था टेकने आते हैं, लेकिन इस बीच योगा गर्ल अर्चना मकवाना ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि ज्यादा बताने की जरूरत नहीं है कि लड़की यहां सिर्फ तस्वीरें खिंचवाने आई थी, ये सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि सभी लोग कह रहे हैं।
एसजीपीसी महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि प्रतिदिन करीब एक लाख श्रद्धालु आते हैं, उनके प्रति हमारे मन में जो सम्मान है, वही अर्चना के लिए भी है, लेकिन शिष्टाचार के उल्लंघन की शिकायत प्रशासन से करना हमारा कर्तव्य है। अर्चना ने जो किया है और जो किया है उससे लोगों को साफ हो गया है कि जाने-अनजाने में क्या फर्क है, और उसने जो भी किया है वह जानबूझ कर किया है। धर्म से जुड़ा कोई भी व्यक्ति इसका समर्थन नहीं करता। योगा गर्ल अर्चना ने कहा कि उसे धमकियां मिल रही हैं। हमनें हाथ जोड़ कर कहा कि कोई भी सिख धमकी नहीं देता लेकिन जो ऐसा कह रहा है उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें। फिलहाल योगा गर्ल की ओर से कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने आगे कहा कि यह सिर्फ एक विवाद नहीं है बल्कि वे हिंदू और सिखों के बीच खाई पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। हर कोई उनके द्वारा किए गए कार्य की निंदा कर रहा है।
योगा गर्ल ने पोस्ट किया है अगर एफआईआर वापस नहीं लिया गया तो मेरी कानूनी टीम लड़ने के लिए तैयार है। एसजीपीसी महासचिव ने कहा कि हमारा आपसे कोई निजी विवाद नहीं है, आपने जो किया उसकी शिकायत प्रशासन को दी है। प्रशासन ने धारा लगाई है और प्रशासन आपको आमंत्रित कर रहा है, आप कानून के जानकार हैं इसलिए अनावश्यक विवाद पैदा कर अपना नाम कमाना चाहते हैं। कुछ ताकतें आपके साथ भी जुड़ी हुई हैं जो सिखों को ट्रोल कर रही हैं और ये हम महसूस कर रहे हैं। आपसे कोई निजी मसला नहीं है, प्रशासन को कार्रवाई करनी है। एसजीपीसी महासिचव ने आगे कहा कि मैं आपके माता-पिता से अपील करता हूं कि वे आपको संस्कार दें, क्योंकि यह देश धार्मिक संस्कारों वाला देश है। अगर माफी की बात है तो आप खुले दिल से भगवान के घर आकर इस पर बात कर सकते हैं। आप शिरोमणि कमेटी की मैनेजमेंट पर उंगली उठाकर उसे बदनाम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम किसी पर नाजायज आरोप या नाजायज शिकायत नहीं करते। आपको बता दें कि अर्चना मकवाना शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से एफआईआर वापस लेने की मांग कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर एफआईआर वापस नहीं ली गई तो उनकी लीगल टीम लड़ाई के लिए तैयार है।
वीडियो में एफआईआर वापस लेने की कही बात
गौरतलब है कि योगा गर्ल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा है, ”जब मैं 21 जून 2024 को श्री दरबार अमृतसर में शीर्षासन कर रही थी, तो 1000 सिख लोग मुझे देख रहे थे, किसी ने भी मुझे नहीं रोका या इस पर आपत्ति नहीं जताई। वास्तव में जिस सज्जन ने मेरी तस्वीर ली, वे स्वयं एक सरदारजी थे, उन्हें यह अपमानजनक नहीं लगा, उन्होंने मुझे ऐसा करने से नहीं रोका, जो लोग इसे लाइव देख रहे थे, वे भी नाराज नहीं हुए, फिर मैं हैरान हूं कि यह गलत कैसे हो सकता है और इससे किसी की धार्मिक भावनाओं को कैसे ठेस पहुंची है? स्थानीय लोग जो हर रोज मंदिर आते हैं, वे नियमों को नहीं जानते हैं, फिर वे कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि पहली बार पंजाब की यात्रा करने वाली एक हिंदू लड़की नियमों को जानती होगी, खासकर जब किसी ने मुझे नहीं रोका। यह सब निराधार है, मुझे नहीं पता कि एसजीपीसी ट्रस्ट का क्या प्रचार है, लेकिन मैं पीड़ित महसूस करता हूं। मेरे खिलाफ दर्ज की गई एफ.आई.आर. को रद्द किया जाना चाहिए क्योंकि इस एफ.आई.आर. का कोई आधार नहीं है, यह सिर्फ इसलिए है क्योंकि एसजीपीसी कमेटी ने पुलिस को सही तथ्य नहीं बताए इसलिए उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। मैंने इस मुद्दे को शांतिपूर्वक सुलझाने की कोशिश की लेकिन वे इसे समझते नहीं दिखते, यह मेरे व्यवसाय को प्रभावित कर रहा है और मैं इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करूंगी… जो भी मुझसे सहमत हैं और मेरा समर्थन करना चाहते हैं, कृपया उनके खिलाफ आवाज उठाएं और कहें कि पंजाब पुलिस को पत्र लिखकर एफ.आई.आर. को रद्द किया जाना चाहिए, आपके समर्थन की बहुत प्रशंसा की जाएगी।”