चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर नकली दस्तावेजों पर सिम कार्ड जारी करने वाले डिस्ट्रिब्यूटर या एजैंटों पर शिकंजा कसा है। पंजाब पुलिस ने कथित तौर पर नकली पहचान व अन्य दस्तावेजों के आधार पर जारी किए 1.8 लाख से अधिक सिम कार्ड ब्लॉक करवा दिए हैं। यह जानकारी डीजीपी गौरव यादव ने दी। पंजाब पुलिस के आंतरिक सुरक्षा विंग द्वारा दूरसंचार विभाग (डॉट) के सहयोग से नकली दस्तावेजों के आधार पर सिम कार्ड बेचने वाले डिस्ट्रीब्यूटर और एजैंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पुलिस ने 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा समूचे पंजाब में बीते तीन दिनों में आईपीसी की धारा 420, 465, 467 और 471 के तहत 52 केस दर्ज किए गए हैं। स्पैशल डीजीपी आंतरिक सुरक्षा आरएन ढोके ने बताया कि उन्होंने दूरसंचार विभाग और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से कई मीटिंग के बाद यह कार्रवाई शुरू की। इसके लिए आईजी काऊंटर इंटैलीजैंस राकेश अग्रवाल को नोडल अफसर बनाया गया। उन्होंने बताया कि नकली दस्तावेजों द्वारा जारी सिम कार्डों की पहचान की मुहिम फिलहाल जारी है। उन्होंने बताया कि नकली दस्तावेजों के बूते एक ही फोटो के साथ विभिन्न नाम से करीब 500 सिम कार्ड जारी किए गए हैं।