राज्य के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में एसएएस नगर, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर ग्रामीण और पटियाला शामिल हैं। जलभराव और निकासी के साथ-साथ बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमें और एसडीआरएफ की 2 इकाइयां तैनात की गई हैं।
पंजाब में लगातार तीन दिन की बारिश के बाद मंगलवार को धूप निकली तो लोगों ने राहत की सांस ली। सूबे में लगातार हो रही बरसात से हालात बिगड़ गए थे। पंजाब पुलिस ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों के साथ मिलकर सोमवार को राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव और जल निकासी अभियान चलाया।
फाजिल्का के लिए अलर्ट जारी, लोगों को राहत शिविरों में पहुंचने की अपील
पंजाब के पाकिस्तान से लगते फाजिल्का समेत कई इलाकों के लोगों के लिए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। फाजिल्का के डीसी सेनू दुग्गल का कहना है कि हिमाचल और पंजाब में हो रही बारिश से राज्य की नदियां उफान पर हैं। प्रशासन द्वारा हरिके हेड वर्क्स से 2 लाख क्यूसेक और हुसैनीवाला हेड वर्क्स से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
डीसी का कहना है कि शाम तक यह पानी फाजिल्का के गांवों में पहुंच जाएगा। ऐसे में लोगों को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने राहत कैंप स्थापित किए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अपना कीमती सामान लेकर राहत शिविरों में पहुंचे। वहां पर प्रशासन ने सारा इंतजाम किया हुआ है। महिला, बच्चों और बुजुर्गों के लिए सारा इंतजाम रहेगा।
राज्य के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में एसएएस नगर, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर ग्रामीण और पटियाला शामिल हैं। जलभराव और निकासी के साथ-साथ बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमें और एसडीआरएफ की 2 इकाइयां तैनात की गई हैं। इसके अलावा, रूपनगर, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, जालंधर, एसबीएस नगर, एसएएस नगर और पठानकोट सहित जिलों में नागरिक प्रशासन की मदद के लिए सेना की 12 टुकड़ियों को भी बुलाया गया है।