गुरदासपुर : जिले में चोरी और लूटपाट के मामलों में लगातार बढ़ौतरी हो रही है। चोरों के हौंसले इतने बुलंद हो गए है कि अब वह बड़े-बड़े अधिकारियों के घरों को भी निशाना बनाने लगे है। हाल ही में गुरदासपुर में एक न्यायिक अधिकारी के घर से 22 तोला सोने के गहने और 20 हजार रुपये नकद चोरी का मामला सामने आया था। जिसमें थाना सिटी पुलिस ने अपनी साख बचाने के लिए उक्त अधिकारी के घर पर काम करने वाली 23 वर्षीय लड़की को संदेह के आधार पर हिरासत में ले लिया।
वहीं अब लड़की ने आरोप लगाते हुए कहा है कि थाना प्रभारी और उनके सहयोगियों ने उसे 2 दिनों तक अवैध तरीके से सरकारी क्वार्टर में रखा और अमानवीय तशद्दत की। सिविल अस्पताल में भर्ती पीड़ित लड़की ने बताया कि वह उक्त न्यायिक अधिकारी के घर पर सफाई का काम करती है। अधिकारी के घर में चोरी के संदेह में थाना सिटी पुलिस ने उसे शनिवार सुबह 11 बजे उसके घर से उठा लिया। पुलिस ने उसके घर की भी गहन तलाशी ली लेकिन कुछ भी बरामद नहीं हुआ। उसने आरोप लगाया कि इसके बाद थाना सिटी के SHO और तीन अन्य पुलिसकर्मी उसे उठाकर पुलिस क्वार्टर में ले गए।
वहां उसे अमानवीय यातनाएं दी गईं। उसने आरोप लगाया कि उसके सीने पर करंट लगाया गया। उसे दो दिन तक सरकारी क्वार्टर में रखा गया और प्रताड़ित किया गया और रविवार रात करीब 11 बजे उसके गांव के सरपंच कुलवंत सिंह को बुलाया गया और घर भेज दिया गया। जिसके बाद किसान संगठन के ध्यान में मामला आया और उन्होंने बच्ची को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। बच्ची पर अमानवीय अत्याचार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की और न्याय न मिलने पर संघर्ष की चेतावनी दी।