पंजाबः 24 हजार मृतकों के नाम जारी होता रहा राशन, चौंकाने वाले तथ्य आए सामने

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मोहालीः खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का बड़ा कारनामा सामने आया है। दरअसल, पंजाब में 24 हजार से ज्यादा मृत लोगों के नाम पर भी राशन जारी होता रहा। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की जांच में ये चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। विभाग ने अब तक 40,68,887 राशन कार्डों की जांच की। इस दौरान 3,37,562 राशन कार्ड अवैध मिले। इनमें से 1,79,837 राशन कार्ड को रद्द कर दिया गया है। सबसे ज्यादा 46,450 अवैध राशन कार्ड पूर्व खाद्य आपूर्ती मंत्री भारत भूषण के हलकेे लुधियाना जिले से मिले हैं। अभी राज्य में 96.02% राशन कार्डो की ही वेरिफिकेशन हो पाई है। 3.98% की जांच जारी है।

स्मार्ट राशन कार्डधारकों को हर माह 5-5 किलो प्रति व्यक्ति 2 रुपए प्रति किलो के हिसाब से गेहूं दिया जाता है, जिसे कोरोनाकाल में फ्री कर दिया गया था। अपात्र लोगों ने भी जुगाड़ से अपने नाम शामिल करवा लिए। सरकार ने जांच के लिए जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक को लिखा, जिसके बाद डीएफएससी ने सभी जिलों के कार्डधारकों की जांच करवाई। इस मामले को लेकर खाद्य आपूर्ति मंत्री लालचंद कटारूचक्क ने कहा कि पंजाब में राशन कार्ड बनवाने में गड़बड़ी बड़े स्तर पर पाई जा रही है। फूड एंड सप्लाई डिपॉर्टमेंट ने 40 लाख 68 हजार 887 राशन कार्डों की जांच की। 3.45 लाख कार्ड आयोग पाए गए। इनमें से 1.63 लाख को रद्द कर दिया गया है। 24 हजार मृत कों का नाम भी हटाया गया है। बादल, कैप्टन और चन्नी तीनों सरकार में गड़बड़ी हुई।’

स्मार्ट राशन कार्ड नंबर 030002610710/173 की जांच के दौरान पता चला कि कार्ड होल्डर खुद अपने मकान में रहता है। मकान शहरी क्षेत्र में है। मकान का एरिया 1010 वर्ग गज फीट है, जिस कारण इस कार्ड को रद्द कर दिया गया।
स्मार्ट राशन कार्ड नंबर 030006017117 की जांच दौरान पता चला है कि कार्ड होल्डर की सालाना आय 60 हजार से अधिक है। शहरी क्षेत्र में 250 वर्ग फीट का खुद का मकान है। इस कारण यह कार्ड को रद्द किया गया है।
स्मार्ट राशन कार्ड नंबर 030005937003 की जांच दौरान पता चला कि कार्ड होल्डर की सालाना आय 60 हजार से अधिक है। 262 वर्ग फीट का मकान शहरी क्षेत्र में है। मकान अपना है व पिता के नाम पर है। कार्ड बनवाते समय नियमों की अनदेखी की गई। इस कार्ड को रद्द कर दिया गया है।