राजधानी में मौसम के बदलने के साथ ही कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। पड़ोसी राज्यों में पराली जलने व अन्य वजहों से प्रदूषण स्तर बढ़ने लगा है। रविवार को डीटीयू, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 414 दर्ज किया गया, जोकि खतरनाक श्रेणी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक मुंडका में सूचकांक 395 रहा, जोकि बेहद खराब श्रेणी है। यह शनिवार के मुकाबले पांच सूचकांक अधिक है। एनएसआईटी द्वारका में 317, वजीरपुर 310 व आनंद विहार में 335 एक्यूआई दर्ज किया गया। दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) का पहले चरण की बंदिशें लागू हैं। वायु प्रदूषण का संकट धीरे-धीरे गहराता जा रहा है। ऐसे में अगर दिल्ली का एक्यूआई 300 के पार जाता है तो दिल्ली में ग्रेप के चरण दो के नियम लागू हो सकते है।
एनसीआर में फरीदाबाद की हवा रविवार को सबसे प्रदूषित रही। यहां एक्यूआई 270 दर्ज किया गया, जोकि मध्यम श्रेणी है। वहीं, ग्रेटर नोएडा में 260, नोएडा में 200 व गुरुग्राम में 174 एक्यूआई दर्ज किया गया। फरीदाबाद व ग्रेटर नोएडा के बाद दिल्ली की हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही।