नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मंगलवार शाम पांच बजे दिल्ली के अशोक होटल में एनडीए गठबंधन की बैठक होने जा रही है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के मुताबिक सोमवार शाम तक देश के 38 राजनीतिक दल एनडीए की बैठक में आने के लिए सहमति दे चुके थे। उन्होंने तो यह भी दावा किया कि दलों की संख्या बढ़ भी सकती है। एनडीए गठबंधन के 25 वर्ष पूरे होने और केंद्र में मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित एनडीए की बैठक को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है। कांग्रेस इसे पटना और बेंगलुरु बैठक का साइड इफेक्ट्स बता रही है, लेकिन जवाब में पलटवार करते हुए भाजपा उन्हें याद दिला रही है कि एनडीए गठबंधन को बने हुए 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं और 2014 एवं 2019 में स्पष्ट बहुमत प्राप्त करने के बावजूद भाजपा ने सहयोगी दलों का मान-सम्मान बरकरार रखते हुए उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया। हालांकि एनडीए की बैठक में कौन-कौन से दल शामिल होंगे, इसे लेकर कांग्रेस की आलोचना के बावजूद भी भाजपा ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। यहां तक कि सोमवार शाम को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इस बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी इतना ही कहा था कि मंगलवार को तस्वीर साफ हो जाएगी।
आइए अब आपको बताते हैं कि मंगलवार शाम को होने वाली एनडीए गठबंधन की बैठक में कौन-कौन से दल शामिल हो सकते हैं। भाजपा के नेतृत्व में होने वाली एनडीए की बैठक में लोक सभा में सबसे ज्यादा 80 सांसद भेजने वाले उत्तर प्रदेश से पुरानी सहयोगी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल और यूपी सरकार के मंत्री संजय निषाद की पार्टी निषाद पार्टी के अलावा हाल ही में फिर से साथ आए ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी शामिल होगी।
बिहार से केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, हाल ही में फिर से एनडीए के साथ जुड़े जीतन राम मांझी का हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा एवं उपेंद्र कुशवाहा के राष्ट्रीय लोक जनता दल के अलावा सोमवार को शाह और नड्डा से मुलाकात के बाद फिर से एनडीए में शामिल होने वाले चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी भी शामिल होगी।
महाराष्ट्र से शिवसेना और हाल ही में साथ आए एनसीपी के अलावा भाजपा की पुरानी सहयोगी केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया(ए) भी मंगलवार की बैठक में शामिल होगी। हरियाणा से प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी , झारखंड से सुदेश महतो वाली आजसू पार्टी झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन ), पंजाब से सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी शिरोमणि अकाली दल (यूनाइटेड) भी बैठक में शामिल हो सकती है।
दक्षिण भारत के राज्यों की बात करें तो- तमिलनाडु से एआईएडीएमके, तमिल मनीला कांग्रेस(एम), आईएमकेएमके और पीएमके बैठक में शामिल हो सकती है, वहीं आन्ध्र प्रदेश और तेलंगाना में काम कर रहे तेलुगु अभिनेता पवन कल्याण की पार्टी जनसेना पार्टी ( जेएसपी), गोवा से महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी की पार्टी अखिल भारतीय एनआर कांग्रेस भी बैठक में मौजूद रहेगी।
पूवरेत्तर भारत के राज्यों की बात करें तो- मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा का नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी), नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो का नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी ( एनडीपीपी), सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग का सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम), मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा का मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), असम से असम गण परिषद, यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ( यूपीपीएल) और बोडो पीपल्स पार्टी बैठक में शामिल होंगी, वहीं त्रिपुरा से आईपीएफटी भी एनडीए की बैठक में शामिल होगा। हालांकि बैठक में शामिल होने वाले कई अन्य दलों के नाम को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है।