मोहाली। राज्य सरकार ने चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम बदलकर शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम देकर युवा पीढ़ी को पंजाब की विरासत से जोड़ने की कोशिश की थी। 28 सितंबर, 2022 को चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम बदलकर शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, चंडीगढ़ रखा गया था। इस नए रखे नाम की पहली सालगिरह से पहले सरकार ने अब यहां शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जीवन के बारे में युवाओं को जानकारी देने की योजना बनाई है। इसके लिए 6.52 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है। सरकार वहां पर निशान-ए-इंकलाब प्लाजा बनाने जा रही है।बता दें कि इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सरकार ने बेहतर लुक देने के लिए यहां पर बहुत-सी अच्छी सुविधाएं देने के लिए एयरपोर्ट रोड पर भी बहुत पैसा खर्च किया है। इस रोड पर सरकार की ओर से लगाए गए पौधों और चौड़ी सड़क को देखकर एक बार तो यह लगता है कि लोग विदेश में आ गए हैं। वहीं, अब इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पंजाब की विरासत से जुड़ा हुआ दिखाने के लिए और पंजाब की विरासत का लुक देने के लिए पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने खुद रुचि दिखाई है। उन्होंने यहां पर निशान-ए-इंकलाब प्लाजा बनाने के लिए विभाग को कहा है। राज्यपाल के निर्देश के बाद पीडब्ल्यूडी ने वहां पर प्लाजा बनाने के साथ ही बुत के निर्माण की योजना भी बनाई है।
Mohali News: इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सौंदर्यीकरण के साथ ही इसे पंजाब की विरासत से जोड़ने की तैयारी
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विभागीय सूत्रों के मुताबिक इस काम के लिए जल्द ही विभाग टेंडर लगा दिया जाएगा। टेंडर जारी होने के बाद छह महीने में ठेकेदार को सारा काम पूरा करके देना होगा। इसके बाद लोग वहां पर आने-जाने के दौरान शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जीवन के बारे में जान सकेंगे।निशान-ए-इंकलाब प्लाजा बनने के बाद यहां से सफर करने वाले लोगों को पंजाब के महान सपूत शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जीवन के बारे में काफी कुछ जानने को मिलेगा। वहां दिखाया जाएगा कि कैसे उन्होंने हंसते-हंसते हुए फांसी के फंदे को चूमकर गले लगा लिया था।