सुनने में असमर्थ 11 माह की जुड़वां बच्चियों को लुधियाना के डॉक्टरों ने दी नई जिंदगी

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लुधियाना : सुनना ईश्वर का एक महान उपहार है। उस व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता की कल्पना करें जो सुनने और संवाद करने में असमर्थ है। सीएमसी लुधियाना ने कॉकलियर इंप्लांट सर्जरी के जरिए ऐसे मरीजों का इलाज करने में एक बड़ी छलांग लगाई है। लुधियाना के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के ईएनटी विभाग में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत डॉ. नवनीत कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने ऐसी दो जुड़वां बहनों का इलाज किया। ये दोनों बच्चे जन्मजात से ही सुन नहीं सकती थी। एक बच्ची अपने दोनों कानों से सुनने में असमर्थ थी जबकि उसकी बहन केवल एक कान से सुन पा रही थी। दोनों बहनों की कॉकलियर इंप्लांट  के सबसे उन्नत और नवीनतम संस्करण का उपयोग करके सीएमसी अस्पताल लुधियाना में सफल सर्जरी की गई। कुल 3 कॉक्लियर प्रत्यारोपण किए गए। सलाहकार के रूप में दिल्ली से डॉ. सुमित मृग ने दौरा किया। सर्जरी के बाद बच्चे ठीक हैं और उन्हें छुट्टी दे दी गई है।

डॉ. नवनीत कुमार ने बताया कि कॉक्लियर इम्प्लांटेशन एक उन्नत और अत्याधुनिक सर्जरी है जो उन बच्चों को सुनने की क्षमता प्रदान कर सकती है जो महत्वपूर्ण श्रवण हानि के साथ पैदा हुए हैं। उनकी टीम इन बच्चों के लिए समय पर प्रक्रिया करने में सक्षम थी। इससे बहनों को विकलांग होने से बचाया जा सकेगा। यह हमारे क्षेत्र में जन्म से बधिर बच्चों को सुनने की सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक बड़ी छलांग है।