जालंधर। Jalandhar News: जालंधर थाना डिवीजन नंबर 1 के प्रभारी इंस्पेक्टर नवदीप सिंह को बर्खास्त कर दिए जाने के बाद उनकी पत्नी सामने आई है। पत्नी सुखविंदर कौर ने कहा कि उनके पति 3 दिन से लापता हैं। इस संबंध में 3 दिन पहले उन्होंने कंट्रोल रूम पर शिकायत भी दर्ज करवाई हुई है।
SHO नवदीप सिंह की पत्नी ने कहा कि उसके पति नशे के खिलाफ थे। उन्होंने कई नशा तस्कर पकड़े। अब सियासी रंजिश में उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। सुखविंदर कौर ने कहा कि जिस तरह से उनके पति के बारे प्रचारित-प्रसारित किया जा रहा है कि वह बहुत ही गुंडा प्रवृत्ति के थे तो फिर उन्हें दो बार मुख्यमंत्री पदक से लेकर अभी बीस दिन पहले 15 अगस्त को बेस्ट ऑफिसर का अवॉर्ड कैसे मिल गया।
उन्होंने कहा कि वह उसके पति पर की गई कार्रवाई को लेकर कोर्ट में तो जा्एंगी ही साथ ही मुख्यमंत्री और DGP गौरव यादव से भी मिलेंगी। SHO नवदीप सिंह की पत्नी ने कहा कि उनकी कोरोना काल की एक वीडियो बार-बार मीडिया में दिखाई जा रही है कि उन्होंने रेहड़ी को लात मारी।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान इंस्पेक्टर नवदीप ने अपनी जान जोखिम में डाल कर हजारों लोगों की जान बचाई है। उन्होंने लात गुस्से में इसलिए मारी थी कोरोना से उनके बड़े भाई की जान चली गई, उसके माता-पिता और भाई चल बसे।
लेकिन रेहड़ियों पर कोरोना घर-घर पहुंचाने वाले सख्त हिदायतों के बावजूद बाज नहीं आ रहे थे। यहां तक कि लोगों को बचाते-बचाते वह खुद 2 बार कोरोना पॉजिटिव हुए और मौत के मुंह से जाते-जाते बचे। उन्होंने पुलिस वालों से कहा कि अपराध और अपराधियों पर हाथ डालना बंद कर दो। आज उनके साथ हुआ है कल को आपके साथ भी ऐसा ही होगा।
सुखविंदर कौर ने कहा कि मानवजीत एक फैमिली विवाद में थाने आया था। वहां पर उसने महिला कॉन्स्टेबल के साथ बदतमीजी की थी। उसे उसकी बर्दी उतारने तक ती धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि तन पर यह वर्दी ऐसे नहीं आती और न ही हर किसी को मिलती है। उनके पति ने पुलिस अधिकारियों से बातचीत करने के बाद मानवजीत के खिलाफ महिला कॉन्स्टेबल की शिकायत पर केस दर्ज किया था।
सुखविंदर कौर ने कहा कि थाने में जो मेडिकल करवाया जाता है उसमें वह बिल्कुल फिट आया था। यदि मानवजीत के परिजनों को लगता था कि उसके साथ मारपीट हुई तो वह उसका मेडिकल करवाते और उसके पति के खिलाफ पुलिस के उच्चाधिकारियों को शिकायत करते लेकिन किसी ने कोई शिकायत नहीं की।
SHO नवदीप सिंह की पत्नी ने कहा कि ऐसा कैसे संभव है कि जश्नबीर आत्महत्या के लिए इतनी दूर गोइंदवाल साहिब में चला गया। उसके पीछे उसका भाई और दोस्त पहुंच गए। दोस्त साथ तो फिर उन्होंने दोनों को बचाया क्यों नहीं। सुखविंदर ने कहा कि मानवजीत ने अपनी स्टेटमेंट में कहा कि जब उसने पीछे मुड़कर देखा तो पीछे कोई नहीं था। दोनों ने नदी में लगा दी।