गुरदासपुर : हिमाचल प्रदेश के पोंग डैम से पानी छोड़े जाने के बाद इसका असर गुरदासपुर जिले में देखने को मिल रहा है, जहां पर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिसके चलते प्रशासन की ओर से एनडीआरएफ एसडीआरएफ की टीमों को लोगों को रेस्क्यू करने के लिए लगा दिया गया है। गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल द्वारा लोगों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। जिस पर लोग फोन करके अपने बारे में जानकारी दे सकते हैं।
बता दें कि मंगलवार दोपहर पोंग डैम की तरफ से पानी छोड़ जाने के बाद गुरदासपुर का पुराना शाला मुकेरिया रोड पूरी तरह से विभाजित हो गया। जैसे ही इसकी सूचना स्थानीय लोगों को मिली तो उन्होंने बांध बनना शुरू कर दिया इसके पश्चात प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचना शुरू हो गए। एकाएक देखते-देखते स्थानीय लोगों ने भी एक दूसरे की मदद करनी शुरू कर दी। हालांकि लोगों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा उनकी कोई मदद नहीं की जा रही है जबकि उनके रहने सहने व खाने-पीने का प्रबंध स्थानीय गुरुद्वारा प्रबंधकों की तरफ से किया जा रहा है। बाढ़ में फंसे हजारों लोग इस पूरे प्रकरण में बड़ी बात यह है कि स्थानीय लोगों द्वारा भी एक दूसरे की मदद की जा रही है और ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से लोगों को निकाला जा रहा है।
मवेशी और स्थानीय लोग जो है वह बाढ़ के इस पानी में फंस चुके हैं और गांव के इलाकों में 4 से 5 फीट पानी घुस चुका है और अब जो मुख्य सड़क पर भी पानी पहुंच चुका है। जिसके चलते लोगों को दिक्कत आने लगी है। मुख्य रास्ता बंद प्रशासन की ओर से इतिहास के चलते पुराना शाला से मुकेरिया जालंधर की तरफ जाने वाले मुख्य रास्ते को बंद कर दिया गया है यहां पर पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति गाड़ी लेकर सीधा आगे की तरफ ना जा सके और प्रशासन द्वारा लोगों को आग्रह किया जा रहा है कि वह गुरदासपुर से मुकेरिया पुराना शाला की तरफ ना आए ताकि लोगों की जान को बचाया जा सके।