जालंधर: पंजाब में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने ‘कछुआ चाल’ से अपना अभियान शुरू किया है। पंजाब में 13 लोकसभा सीटों के लिए 1 जून को मतदान होना है। मतदान में लगभग 2 महीने का समय होने के कारण उम्मीदवार बहुत जल्दबाजी में नहीं हैं और वे फिलहाल रोजाना 2 से 3 बैठकें ही कर रहे हैं। उम्मीदवारों को पता है कि अगर आरंभ में तेजी ज्यादा दिखा दी तो अंतिम समय में सांसें फूलनी शुरू हो जाएंगी।
इसे देखते हुए जहां बड़े नेताओं की अभी तक कोई भी बड़ी बैठक शुरू नहीं हुई है तो दूसरी तरफ नेताओं ने भी अपने उम्मीदवारों को संदेश दिए हैं कि अभी वे अपने स्तर पर ही कार्यकर्त्ताओं को गतिशील करने के लिए उनके साथ रू-ब-रू होकर बैठकें करें। अभी तक अकाली दल ने एक भी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। उम्मीदवारों के ऐलान में आम आदमी पार्टी ने बाजी मारी थी और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पार्टी के लगभग 8 उम्मीदवार घोषित कर दिए थे। उसके बाद एक उम्मीदवार सुशील रिंकू भाजपा में शामिल हो गया था। इसी तरह से भाजपा ने पंजाब में अपने 6 उम्मीदवार घोषित किए हैं।
कांग्रेस ने अभी तक अकाली दल की तरह ही कोई भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। कुल मिलाकर उम्मीदवारों को लेकर अभी भी विभिन्न सीटों पर संशय की स्थिति बनी हुई है, इसलिए जो उम्मीदवार चुनावी मैदान में आ गए हैं, वे अभी केवल कार्यकर्त्ताओं के साथ ही तालमेल बनाए हुए हैं। जनता के बीच में जाने का रुझान अभी शुरू नहीं हुआ है।