चंडीगढ़: पंजाब में कांग्रेस आखिरी सांस तक पहुंच चुकी है और कांग्रेस की ये हालत किसी और ने नहीं की है, बल्कि ऐसा उन नेताओं द्वारा अपनी ही पार्टी की जड़ें काटने के कारण हुई है। यह बयान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बीजेपी में शामिल होने के मौके पर चंडीगढ़ में विभिन्न पार्टियों के नेताओं से बातचीत के दौरान दिया। प्रधान जाखड़ ने मंच पर बैठी बीबी करमजीत कौर चौधरी का जिक्र करते हुए बातचीत की शुरुआत की और कहा कि यह चौधरी परिवार है, जिसने 18 चुनाव जीते हैं, तीन पीढ़ियों ने कांग्रेस का नेतृत्व किया है, बीबी करमजीत कौर के पति सांसद संतोख सिंह चौधरी ने भी इस पर चर्चा की राहुल गांधी की कथित भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उनकी जान चली गई।
इसी तरह उन्होंने दलवीर गोल्डी का जिक्र करते हुए कहा कि गोल्डी भले ही कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं, लेकिन सवाल यह है कि उनके जैसे कर्मठ नेता और मृदुभाषी वक्ता ने कांग्रेस क्यों छोड़ी? इसका सही उत्तर यह है कि पंजाब कांग्रेस के नेताओं का अपनी वाणी पर कोई नियंत्रण नहीं है। ऐसा लगता है मानो कांग्रेस पंजाब में अपनी मुक्ति की ओर बढ़ रही है और यह भी सच है कि कांग्रेस की इस दयनीय स्थिति के लिए उसके नेता जिम्मेदार हैं, जो अपनी पार्टी की जड़ें काट रहे हैं।
इस मौके पर बातचीत करते हुए बीजेपी के केंद्रीय नेता गजिंदर सिंह शेखावत ने पंजाब में बीजेपी परिवार के बढ़ने पर संतोष जताया और कहा कि वह पिछले दिनों राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड और यूपी का दौरा कर चुके हैं। शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गवाही में भाजपा के विकास एजेंडे को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन चुनावों के दौरान कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की नीतियों से तंग आ चुकी जनता मोदी सरकार के विकासोन्मुख एजेंडे पर अपनी मुहर लगाएगी और भाजपा के उम्मीदवार राज्य में 13 सीटों पर जीत हासिल करेंगे।