Chandrayaan 3 आज चंद्रयान से विक्रम लैंडर सफलतापूर्ण अलग हो गया है। अब तक प्रोपल्शन मॉड्यूल के जरिए ही यान चल रहा था लेकिन अब लैंडर आगे की यात्रा खुद से करेगा। कल लैंडर विक्रम (Vikram Lander Module Separation) चांद के और करीब आ जाएगा। लैंडर के अलग होने की गुड न्यूज देने के साथ इसरो ने एक खास बात भी बताई आइए जानें…
कल लैंडर ‘विक्रम’ चांद के और करीब आ जाएगा। इस बीच इसरो ने लैंडर के सफलतापूर्ण अलग होने की गुड न्यूज देने के साथ एक खास बात भी बताई।
इसरो बोला- अब हमारे तीन...
एक्स हैंडल पर एक पोस्ट के जरिए इसरो ने सबसे पहले लैंडर मॉड्यूल (एलएम) की तरफ से प्रोपल्शन मॉड्यूल को धन्यवाद दिया और कहा ‘थैंक्स दोस्त’। दरअसल, अब तक सारा काम प्रोपल्शन मॉड्यूल ही कर रहा था। इसरो ने आगे कहा कि लैंडर को सफलतापूर्वक अलग कर दिया गया है। कल लगभग 4 बजे ये लैंडर अपनी स्पीड कम कर चांद के और करीब पहुंचेगा।
इसरो ने इसके बाद चांद के पास 3 सैटेलाइट के इमोजी शेयर किए। ये इसरो का खास मैसेज था, जिसमें वो भारत की 3 सैटेलाइट की बात कर रहा था।
आखिर 3 सैटेलाइट कौन सी है…
यहां इसरो चंद्रयान-1 से लेकर चंद्रयान 3 तक कुछ भागों की बात कर रहा है। चंद्रयान-1 साल 2008 में लॉन्च हुआ था, लेकिन वो एक साल तक ही काम किया। इसके बाद 2019 में चंद्रयान 2 लॉन्च हुआ। हालांकि, इसकी सॉफ्ट लैंडिंग नहीं हुई, लेकिन इसका ऑर्बिटर अभी तक काम कर रहा है और आगे भी सूचना भेजता रहेगा।
इसी तरह चंद्रयान-3 का प्रोपल्शन मॉड्यूल भी अलग होने के बाद भी चांद के चक्कर लगा रहा है और जरूरी सूचना भेजता रहेगा। देखा जाए तो इसरो इन तीनों की ही बात कर रहा है, जिसमें विक्रम लैंडर, प्रोपल्शन मॉड्यूल और ऑर्बिटर शामिल हैं।