पंजाब डेस्क : पंजाब सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। शिरोमणि अकाली दल में बगावत उठती हुई नजर आ रही है। पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल के प्रधानगी छोड़ने के प्रस्ताव को पारित कर दिया गया है। आज एक तरफ जालंधर में बागी लीडरों की मीटिंग हुई और दूसरी तरफ चंडीगढ़ में सुखबीर बादल की मीटिंग हुई, जोकि 5 घंटे तक चली। इस दौरान सुखबीर बादल को पार्टी से प्रधानगी छोड़ने का प्रस्ताव पारित किया गया है।
बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में सीनियर नेता एक तरफ हो गए और सुखबीर बादल को प्रधानगी छोड़ने की सलाह दी गई। इस संबंधी प्रस्ताव भी पास कर दिया गया कि पार्टी की भलाई के लिए खुद ही एक तरफ हो जाएं। इस प्रस्ताव में कहा कि सुखबीर सिंह बादल अपने पद से इस्तीफा देना चाहते हैं। यह भी जानकारी मिली है कि 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब के सामने बड़ी संख्या में अकाली लीडर उपिस्थित होंगे। गौरतलब है कि एक तरफ सुखबीर सिंह का गुट और दूसरी परमिंदर सिंह ढींडसा का गुट। पार्टी में उठे बागी गुट ने सुखबीर बादल को प्रधानगी छोड़ने के लिए कहा। उनका कहना है कि अकाली दल पार्टी लगातार हार रही है। आपको बता दें कुछ दिन पहले सुखबीर बादल को पार्टी प्रधान पद से इस्तीफा देने की मांग हुई थी जिस बात ने आज तुल पकड़ लिया।
बताया जा रहा है कि चंडीगढ़ में गैर हाजिर रहे नेताओं ने अलग से जालंधर में मीटिंग की है। बगावती गुट की बैठक में प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सिकंदर सिंह मलूका, बीबी राजिंदर कौर भठल, परमिंदर सिंह ढींढसा, सुरजीत सिंह रखड़ा, गुरप्रताप सिंह वडाला और सुच्चा सिंह छोटेपुर के अलावा कई बड़े नेता मौजूद थे। बगावती गुट का कहना है कि अकाली दल लंबे समय से चुनाव हार रहा है, पार्टी के हालात बेहद खराब हो गए हैं, इसलिए अब पार्टी प्रधान को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता भी मांग कर रहे हैं कि किसी और को पार्टी की प्रधानगी सौंपी जाए। पार्टी ने पहले भी गलतियां की हैं, जिसके लिए वे एक तारीख को श्री दरबार साहिब जाकर माफी मांगेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी को पहले के तरह करने के लिए बदलाव की जरूरत है।