लुधियाना (विक्की): अब विद्यार्थियों को परीक्षा में लंबे-लंबे उत्तर लिखने के लिए विषयों को रटना नहीं पड़ेगा। हाल ही में सी.बी.एस.ई. ने नया सर्कुलर जारी किया है। इसके अनुसार अब कक्षा 11वीं और 12वीं की परीक्षाओं में कॉम्पिटेंसी फोकस्ड सवालों की संख्या बढ़ाई जाएगी। यानी 12वीं बोर्ड में अब कॉम्पिटेंसी बेस्ड सवाल जैसे मल्टीपल च्वॉइस क्वैश्चन (एम.सी.क्यू.), केस स्टडी और रियल लाइफ बेस्ड सवाल बढ़ाए जाएंगे।
वहीं, लॉन्ग और शॉर्ट आंसर टाइप सवालों को घटाकर सिर्फ 30 फीसदी रखा जाएगा। इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को विषय को रटने की आदत से बाहर निकालना और उन्हें प्रतियोगिता परीक्षा के लिए तैयार करना है क्योंकि इन परीक्षाओं में एप्लीकेशन बेस्ड सवाल ज्यादा पूछे जाते हैं। स्कूल से निकलते ही आगे करियर चुनने के लिए विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षाओं का सामना करना होता है। ऐसे में उनको स्कूल स्तर पर तैयार करने के लिए यह बदलाव किया जा रहा है। फिलहाल 9वीं और 10वीं की परीक्षाओं में कोई बदलाव नहीं किया गया है। लेकिन 2025 में 11वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों को यह बदलाव पेपर में देखने को मिलेंगे।
2024 में यह था बोर्ड परीक्षा पैटर्न
40 फीसदी एम.सी.क्यू., केस आधारित सवाल, सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड सवाल (कॉम्पिटैंसी फोकस्ड सवाल)
20 फीसदी मल्टीपल टाइप च्वॉइस (सलेक्टेड रिस्पॉन्स टाइप)
40 फीसदी शॉर्ट और लॉन्ग आंसर वाले सवाल (कंस्ट्रक्टेड रिस्पॉन्स वाले सवाल)
2025 में ऐसी होगी बोर्ड परीक्षा
50 फीसदी एम.सी.क्यू., केस आधारित सवाल, सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड सवाल (कॉम्पीटैंसी फोकस्ड सवाल)
20 फीसदी फीसदी मल्टीपल टाइप चॉइस (सिलेक्टेड रिस्पॉन्स टाइप)
30 फीसदी शॉर्ट और और सवाल (कंस्ट्रक्टेड रिस्पॉन्स वाले सवाल)