जालंधर : शिरोमणि अकाली दल में बगावत के बाद जालंधर वेस्ट उप चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया गया। गत दिन अकाली दल ने जालंधर वेस्ट से उम्मीदवार सुरजीत कौर से समर्थन वापस ले लिया है। इसके बाद सुरजीत कौर ने अकाली दल की जिला प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
सुरजीत कौर ने प्रेस कॉन्फ्रैंस करके कहा कि बुधवार को नोमिनेश वापस लेने की तारीख थी, इसी बीच 2.45 बजे मन्नण ने रिटर्निंग अफसर को पत्र लिखकर उनका नोमिनेशन वापस लेने के लिए कहा, लेकिन उस पर साइन नहीं थे। किसी ने उस पर फर्जी साइन कर दिए। ये साइन मन्नण ने किए या फिर किसी और ने, इस बारे कुछ नहीं पता है। सुरजीत कौर ने बताया कि उस पत्र में लिखा था कि, ”सुरजीत कौर अपना नोमिनेशन वापस लेती है और सारी पॉवर कुलवंत सिंह मन्नण को सौंपती है।” इस बारे में पुलिस में शिकायत दी जाएगी।
इस संबंधी बातचीत करते हुए यूथ अकाली दल के पूर्व प्रधान सुखमिंदर सिंह राजपाल ने कहा कि पार्टी प्रधान सुखबीर बादल ने जालंधर वेस्ट उप चुनाव के लिए उम्मीदवार की जिम्मेदारी महिंदर सिंह के.पी., गुरप्रताप सिंह वडाला व बीबी जगीर कौर सौंपी थी, जिसके बाद उन्होंने जत्थेदार प्रीतम सिंह की पत्नी सुरजीत कौर को टिकट दी। अगर बीबी जगीर कौर व गुरप्रताप सिंह वडाला ने पार्टी के खिलाफ बगावत की है तो सुरजीत कौर से समर्थन वापस क्यों लिया गया, जोकि बहुत गलत बात है।
वहीं अकाली दल द्वारा सुरजीत कौर को दरकिनार किए जाने के बाद अकाली दल की जालंधर से उम्मीदवार सुरजीत कौर का एक और बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि वह सरबजीत खालसा और अमृतपाल से समर्थन मांगेंगी। उनका कहना है कि जल्द ही दोनों के परिवारों से मिलेंगी। यही नहीं वह सिमरनजीत सिंह मान से भी समर्थन लेंगी।