एक बस ट‍िकट और फंस गई सीमा हैदर! सचिन की ‘पत्नी’ के ल‍िए बनेगा जी का जंजाल? जांच में जुटी एजेंस‍ियां

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पाक‍िस्‍तानी मह‍िला सीमा हैदर जिन दस्तावेजों को पाकिस्तान से लेकर आई है. अब उन्हीं दस्तावेजों ने सीमा हैदर को एजेंसियों के सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया है. जिन दस्तावेजों को अपना सुरक्षा कवच बनाकर सीमा हैदर भारत में दाखिल हुई है. वहीं दस्तावेज अब सीमा हैदर के लिए जी का जंजाल बन गए हैं. जी हां ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसियों की पड़ताल में सीमा हैदर के पाकिस्तानी दस्तावेज उसे कठघरे में खड़ा कर रहे हैं.

सूत्रों के मुताबिक, सीमा हैदर ने 9–10 मई को पाकिस्तान से उड़ान भरने की कहानी एजेंसियों को बताई है. उससे पहले उसने पाकिस्तान में अपने कई दस्तावेज जल्दबाजी में तैयार किए. फिर चाहे अपने बच्चों के पासपोर्ट हो या चारों बच्चों के वेक्सिनेशन कार्ड. एजेंसियां सीमा हैदर के पाकिस्तानी दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है. इस पड़ताल में कई पेंच फंस रहे है. दरअसल, सीमा हैदर नेपाल का वीजा लेकर नेपाल में 11 मई को पहुंची, जबकि उसके सभी चारों बच्चों के वेक्सिनेशन कार्ड 8 मई को तैयार किए गए हैं.

एजेंसियां पता लगा रही हैं कि सीमा हैदर पिछले 7 सालों में 4 बच्चों की मां बन गई, लेकिन इन 7 सालों में उसने बच्चों के वेक्सिनेशन कार्ड क्यों नहीं बनवाए थे? भारत आने से पहले ही उसने आनन फानन चारों बच्चों के वेक्सिनेशन कार्ड 8 मई 2023 को क्यों बनवाए? जबकि ये वेक्सिनेशन कार्ड हर बच्चे के जन्म के साथ बनने चाहिए थे.

इसके साथ ही वो गवर्नमेंट ऑफ पाकिस्तान का परिवार रजिस्ट्रेशन कार्ड को भी साथ लेकर आई है, जिसमें गुलाम हैदर और सीमा हैदर के अलावा सभी चारों बच्चों का नाम है. क्या ये दस्तावेज सीमा हैदर जानबूझकर अपने साथ लेकर आई है?

सीमा हैदर 12 मई को नेपाल के पोखरा से बस में चढ़ी थी और उसकी गिरफ्तारी 4 जुलाई को हुई थी. फिर सीमा हैदर ने पोखरा से भारत तक आने की अपनी टिकट को बतौर प्रूफ 54 दिनों के लंबे समय तक क्यों संभाल कर रखा था. अमूमन सभी अपनी टिकट फेंक देते हैं. ये दस्तावेज सीमा हैदर ने जल्दबाजी में क्यों बनाए? इनका जवाब तलाशना जरूरी है और इसीलिए एजेंसियां उसे क्लीन चिट नही दे रही हैं.