जिसमें श्री मनोरंजन कालीया पूर्व मन्त्री, पंजाब , श्री हरमोहिन्द्र सिंह बेदी, चांसलर, सैंट्रल यूनिवर्सिटी, धर्म शाला, सतनाम सिंह मानक, प्रधान प्रैस कल्ब व दीपक बाली जी मुख्य मेहमान रहे। सब वक्ता दीपक जालन्धरी जी के व्यक्तित्व के बारे में चर्चा की। कालिया जी ने अपने साथ उनकी यादों पर बात की, वह एक व्यक्ति नहीं संस्था थे। एक राजनीतिक, एक साहित्यकार, एक इतिहासकार ना जाने क्या क्या थे। बाली साहब ने उनके साहित्य को नयी पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक बताया, और उनके लिखे आलेखों को नयी पीढ़ी को शिक्षा लेने को कहा, सतनाम सिंह मानक जी ने उनको एक अच्छा साहित्यकार एवं एक अच्छा इंसान बताया और अपने कयी अनुभव सांझे किये। डाक्टर हरमोहिन्द्र सिंह बेदी ने उनके नाम पर एक अवार्ड शुरू करने की हिदायत दी और अपनी और से उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की, इस कार्यक्रम में मंच संचालन संगत राम जी ने किया।
इस कार्यक्रम में इन्द्रजीत सिंह राही, प्रदीप वासुदेव, सुनील कुन्दरा, बेअन्त सिंह सरहदी, प्रिंसिपल अनुप वत्स, अजय जोशी, विपन शर्मा, गुरचरण सिंह दिलबर, सुनील शर्मा हैप्पी, अमरजीत सिंह भाटिया, अंकुर रत्ती, विनीत लाली, कुलदीप महिन्द्रु, विरसा विहार के सैक्टी गुरदीप सिंह, मधुराज अरुण पुरी व और बहुत से गणमान्य लोग शामिल हुए
आज विरसा विहार, जालन्धर में श्री दीपक जालन्धरी जी की पुस्तक का विमोचन का कार्यक्रम आयोजित किया गया,
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