सिंजेंटा इंडिया’ ने माछीवाड़ा में कृषि ड्रोन छिड़काव के प्रति जागरूकता अभियान की शुरुआत की जागरूकता अभियान पंजाब और हरियाणा में लॉन्च

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माछीवाड़ा , 14 अगस्त: सोमवार को माछीवाड़ा में आयोजित लॉन्च इवेंट में कृषि के क्षेत्र में ड्रोन के बढ़ते महत्व को दर्शाने के लिए, स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर ‘सिंजेंटा इंडिया’ ने पंजाब और हरियाणा में एक विशेष जागरूकता अभियान की शुरुआत की। किसानों को ड्रोन के जरिये छिड़काव की सटीकता और दक्षता का लाइव डेमो दिखाया गया। इसमें 600 से अधिक किसानों ने भाग लिया। यह उन्नत कृषि पद्धतियों और नई टेक्नोलॉजी के उपयोग में किसानों की बढ़ती रुचि को दर्शाता है।
लॉन्च इवेंट में एक साथ 100 ड्रोन का उपयोग कर सिंजेंटा के उन्नत फसल सुरक्षा समाधान ‘इनसिपियो’ के छिड़काव का लाइव डेमो दिखाया गया। इसके जरिये सिंजेंटा ने टिकाऊ कृषि को आगे बढ़ाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, मुक्केबाजी में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने कृषि में ड्रोन टेक्नोलॉजी के उपयोग के बारे में किसानों को जागरूक करने के लिए सिंजेंटा इंडिया द्वारा किये जा रहे अनूठे प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा, ‘ड्रोन का उपयोग कृषि के लिए गेम-चेंजर साबित होगा। यह न केवल हमारे युवाओं के लिए नये रोजगार और उद्यमशीलता के अवसर पैदा करेगा, बल्कि हमारे किसानों की दक्षता भी बढ़ाएगा और पैदावार बढ़ाने में मदद करेगा।’
‘सिंजेंटा इंडिया’ के कंट्री हेड एवं प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कृषि को टिकाऊ बनाने में टेक्नोलॉजी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने और किसानों को सशक्त बनाने में ड्रोन की बढ़ती भूमिका के मद्देनजर, सिंजेंटा इंडिया की इस पहल का उद्देश्य पंजाब और हरियाणा के किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों के लाभों एवं उपयोगों के साथ-साथ कृषि में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की ड्रोन की क्षमता के प्रति जागरूक करना है, ताकि किसान अपनी दक्षता में सुधार कर सकें, फसल की लागत को कम कर सकें और सतत विकास की प्रथाओं को अपना सकें। इसके लिए ‘सिंजेंटा ड्रोन यंत्र’ पंजाब और हरियाणा में यात्रा कर रहा है। इसका उद्देश्य विभिन्न जिलों के करीब 10 हजार किसानों को ड्रोन से छिड़काव के लाभों के बारे में जागरूक करना है।
‘सिंजेंटा इंडिया’ की ड्रोन छिड़काव पहल में देश भर में 500 कृषि ड्रोन का एक प्रभावशाली समूह तैनात करना शामिल है, जो इसे भारत में सबसे बड़ा कृषि-ड्रोन समूह बनाता है। कंपनी ने इस प्रयास का समर्थन करने के लिए 150 ड्रोन पायलटों को भी प्रशिक्षित किया है।