नई दिल्लीः लोकसभा ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की 81वीं वर्षगांठ के मौके पर बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया। निचले सदन ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु बम गिराए जाने की बरसी पर इस हमले के पीड़ितों को भी श्रद्धांजलि दी। सदन की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की वर्षगांठ और जापान के हिरोशिमा एवं नागासाकी में परमाणु बम गिराए जाने की घटना की बरसी का उल्लेख किया।
बिरला ने कहा, कि ‘आज संपूर्ण राष्ट्र ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की 81वीं वर्षगांठ मना रहा है। 1942 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आह्व़ान पर भारतवासियों ने देश को औपनिवेशिक शासन से मुक्ति दिलाने के लिए इस आंदोलन की शुरुआत की थी। उन्होंने अपने अटल संकल्प को ‘करो या मरो’ के माध्यम से अभिव्यक्त किया था।’’ उन्होंने कहा कि ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ भारतवासियों में एकता की शक्ति तथा अन्याय और अत्याचार के विरूद्ध शांतिपूर्ण प्रतिशोध का प्रतीक है।
बिरला ने कहा कि परमाणु बम हमले में लाखों लोगों की मौत हुई थी और आज भी लोग इसके विकिरण के दुष्प्रचार से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा, कि ‘आइए हम सामूहिक विनाश के हथियारों के उन्मूलन का प्रयास करने और शांति एवं बंधुत्व के प्रसार के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लें।’’ इसके बाद सदन ने कुछ देर मौन रखकर भारत के स्वतंत्रता सेनानियों और जापान में परमाणु हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।