टीम इंडिया को जसप्रित बुमरा और मोहम्मद शमी के रूप में एक घातक तेज गेंदबाज भी मिल गया है, जो हारी हुई बाजी को जीत में बदलना बखूबी जानता है।
इसके बाद पिता ने नौकरी के लिए उन्हें कोलकाता बुला लिया। मुकेश के पिता कोलकाता में ऑटो चलाते थे। मुकेश कुमार ने सीआरपीएफ में एंट्री के लिए जमकर मेहनत की, लेकिन तीन बार वह मेडिकल टेस्ट में फेल हो गए। इसके बाद वह कोलकाता पहुंचे और क्रिकेट खेलने लगे।