नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बाढ़ और बरसात के चलते डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के पनपने का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में इनसे निपटने की तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम को लेकर सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया। साथ ही स्कूलों में मच्छरों से बचाव के उपायों को सख्ती से लागू करने और डेंगू की रोकथाम के लिए स्कूली बच्चों की मदद लेने के लिए कहा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग, एमसीडी, एनडीएमसी, दिल्ली जल बोर्ड, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, शिक्षा आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बता दें कि बच्चों को डेंगू बुखार होने की आशंका अधिक है। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शिक्षा निदेशालय और दिल्ली नगर निगम को स्कूलों में बच्चों को वेक्टर जनित बीमारियों से बचाने के लिए उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। शिक्षा निदेशालय और एमसीडी को अपने सभी स्कूलों में सुनिश्चित करना होगा कि मच्छरों के काटने और वेक्टर जनित बीमारियों को रोकने के लिए सभी स्कूली बच्चे पूरी आस्तीन के कपड़े और पूरी आस्तीन की वर्दी पहनें। इसके अलावा दिल्ली सरकार डेंगू से निपटने के लिए सरकारी स्कूली बच्चों की मदद लेगी। स्कूली बच्चे जागरूकता फैलाने और अपने घरों में कहीं पर भी स्थिर पानी एकत्रित ना होने देने के लिए डेंगू होमवर्क के जरिए अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम तभी संभव है, जब ज्यादा से ज्यादा लोग इसके प्रति जागरूक होंगे। डेंगू की रोकथाम के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है। इसलिए दिल्ली में रहने वाला हर नागरिक अपने स्तर पर डेंगू के प्रसार को रोकने का पूरा प्रयास करें। उन्होंने जागरूकता अभियान चलाकर और सूचना संचार सामग्री विकसित करके सामुदायिक भागीदारी का भी आह्वान किया।
बैठक के दौरान यह बात सामने आई कि डेंगू वायरस का वाहक डेंगू मच्छर आमतौर पर दिन के दौरान सक्रिय होता है और आमतौर पर टखनों और कोहनी पर काटता है। बच्चों में डेंगू बुखार होने की आशंका ज्यादा रहती है, इस बात का ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने शिक्षा निदेशालय और दिल्ली नगर निगम को उनके द्वारा संचालित सभी स्कूलों को निर्देश जारी करने के लिए कहा। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बच्चे नवंबर 2023 तक पूरी आस्तीन की पोशाक या पूरे कपड़े पहनें। इससे बच्चों को मच्छरों के काटने से बचाने और दिल्ली में डेंगू को रोकने में मदद मिलेगी। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा जारी निर्देश के अनुसार यदि छात्र के पास पूरी आस्तीन की स्कूल वर्दी उपलब्ध नहीं है, तो छात्रों को पूरी आस्तीन वाली शर्ट और पतलून/स्लैक्स सहित कोई भी कपड़ा पहनने की अनुमति दी जा सकती है।
केजरीवाल सरकार की ओर से दिल्ली के स्कूली बच्चों को डेंगू की रोकथाम में बड़े स्तर पर शामिल किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बच्चें जागरूकता फैलाने में बहुत कारगर हो सकते है। ऐसे में एमसीडी और दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया कि डेंगू होमवर्क के नाम से स्कूली छात्रों को एक कार्ड दिया जाएगा। उस कार्ड को बच्चे अपने पेरेंट्स से भरवाए। कार्ड के जरिए बच्चे हर हफ्ते सुनिश्चित करेंगे कि क्या उन्होंने अपने घर की पूरी चेकिंग की। उनके घर या आसपास कहीं पर भी जलभराव तो नहीं है, जिसके कारण मच्छर जनित बीमारियां पनप सके।
हर हफ्ते बच्चे कार्ड को अपने परिजनों से भरवाएंगे और उसके अगले हफ्ते सभी कार्ड स्कूल में एकत्रित किए जाएंगे। इसके बाद सभी बच्चों का डेंगू होमवर्क चेक किया जाएगा। तीसरे हफ्ते फिर से छात्रों को कार्ड दिए जाएंगे, ताकि वे फिर से सुनिश्चित करें कि उनके घर में डेंगू तो नहीं पनप पा रहा है और जलभराव वाली जगहों पर बच्चों ने अपने अभिभावकों के साथ मिलकर कदम उठाएंगे। शिक्षा विभाग सुनिश्चित करेगा कि एमसीडी, दिल्ली सरकार और दिल्ली के सभी प्राइवेट स्कूलों में डेंगू होमवर्क कराया जाए।