Ludhiana: बारिश थमी लेकिन पानी का प्रचंड रूप नहीं, लुधियाना में बुड्ढा नाला उफनाया, सिटी बस स्टैंड हुआ जलमग्न

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पानी ओवरफ्लो होने से झुग्गियों में रहने वाले लोगों का सब्र का बांध टूट गया। झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोगों ने विधायक भोला के खिलाफ रोष जाहिर किया। लोगों का आरोप था कि पिछले पांच दिन से सड़क पर रात बितानी पड़ रही है। बच्चे भी सड़क पर सो रहे हैं।

मैदानी इलाकों में बारिश रुकने के बाद भी पानी ने अपना रौद्र रूप कायम रखा है। लुधियाना में बुड्ढा नाले का पानी मंगलवार की सुबह ओवरफ्लो हो गया। इस कारण पानी सिटी बस स्टैंड में घुस गया और वहां पिछले काफी समय से खड़ी सिटी बसें पानी में डूब गईं।

मुलाजिमों ने तुरंत इसकी जानकारी प्रशासन को दी। जब तक प्रशासनिक अमले की गाड़ियां वहां पहुंचती पानी सड़कों पर पहुंच गया था। इसके बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन रेत की बोरियां लगाई गईं और उसके साथ-साथ मिट्टी और मलबा गिराया गया। इसके बाद पानी को सड़क पर आने से रोका गया ताकि नुकसान ज्यादा न हो। अधिकारियों ने तट बांधों को मजबूत करने का आदेश दिया।

वहीं, बुड्ढा नाले के आसपास रहने वाले लोगों की नींद उड़ी है। जब तक पानी का लेवल कम नहीं होता परेशानी बनी रहेगी। मंगलवार दोपहर को बुड्ढा नाला से पानी बाहर आने की सूचना मिलते ही आम आदमी पार्टी के विधायक दलजीत सिंह ग्रेवाल भोला भी दौरा करने पहुंचे। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीटिंग की और कई निर्देश दिए।

उधर, पानी ओवरफ्लो होने से झुग्गियों में रहने वाले लोगों का सब्र का बांध टूट गया। झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोगों ने विधायक भोला के खिलाफ रोष जाहिर किया। लोगों का आरोप था कि पिछले पांच दिन से सड़क पर रात बितानी पड़ रही है। बच्चे भी सड़क पर सो रहे हैं। तेज रफ्तार चालक टक्कर मारकर निकल सकते हैं।

लोगों के मुताबिक, उनके पास खाने का कोई सामान नहीं है। जो सामान था, वह पानी में बह गया। बुड्ढा नाला ओवरफ्लो हो चुका है। कई जगहों पर बांध टूट चुके हैं। सिर्फ एक दिन विधायक भोला उनका हाल जानने पहुंचे थे। इसके बाद कोई प्रशासनिक अधिकारी उनकी मदद को नहीं आया।
करीब 250 से अधिक लोग इस समय ताजपुर रोड पर बेघर हो चुके हैं।
बेघर लोगों ने बताया कि जिस दिन उनकी झुग्गियां डूबी थीं, उसके अगले दिन जरूर विधायक दलजीत सिंह ग्रेवाल भोला आए थे। इलाके में ब्रेड आदि भी बांटी गई थी लेकिन उस दिन के बाद उनके हालात देखने कोई नहीं आया। रोजाना रात के समय गुरुद्वारा साहिब के सेवादार उन्हें लंगर वितरित करने आते हैं। हालात यह बन चुके हैं कि प्रशासन बच्चों को दूध और खाने को रोटी तक मुहैया नहीं करवा पा रहा। लोगों के मुताबिक उनके पास जो पैसा था, वह पानी में बह गया।
लोगों ने पंजाब सरकार और विधायक भोला के खिलाफ नारेबाजी की। जैसे ही विधायक भोला को सूचना मिली कि लोगों में सरकार और उनके प्रति गुस्सा है तो वह तुरंत लोगों के बीच पहुंचे। भोला ने कहा कि जो लोग बेघर हुए हैं, उन्हें सरकारी स्कूल में पहुंचाया गया था लेकिन यह लोग वहां से वापस बुड्ढा नाले के किनारे आ गए।

लोगों को स्कूल में खाना-दवा हर तरह का सामान मुहैया करवाया जा रहा है। वह लोगों से अपील करते हैं कि सरकारी स्कूल में सुरक्षित जगहों पर रहें। उन्हें वहां खाना व अन्य सुविधाएं मिलेंगी। जहां तक सवाल दरिया किनारे या सड़क पर मंजे लगाकर सोने का है तो यह लोगों के लिए सही नहीं है। विधायक भोला ने कहा कि 24 घंटे से लगातार राहत कार्य चल रहा है।
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