स्विट्जरलैंड की नेस्ले भी मोगा में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में 423 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। वर्धमान स्पेशल स्टील्स (आइची स्टील, जापान) लुधियाना में हाइब्रिड स्टील सेक्टर में 342 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।
पंजाब में 38,175 करोड़ रुपये के औद्योगिक निवेश को जमीन पर उतारने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद कमान संभाल ली है। उद्योगपतियों से सीधे संपर्क कायम करने और उनके सुझाव व समस्याएं जानने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री मान एक व्हाट्सएप नंबर और एक ई-मेल आईडी जारी करने जा रहे हैं।
व्हाट्सएप नंबर और ई-मेल आईडी अगले एक-दो दिन में जारी कर दिए जाएंगे। दरअसल, ‘इनवेस्ट पंजाब’ मुहिम के दौरान टाटा स्टील समेत विभिन्न उद्योगों और पंजाब सरकार के बीच निवेश समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे। ‘इनवेस्ट पंजाब’ के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 38175 करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है, जिससे युवाओं के लिए राज्य में 2.43 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
निवेश की इसी प्रक्रिया में तेजी लाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ने खुद उद्योगपतियों से संपर्क कायम करने का फैसला किया है। इसके मुहिम के तहत, राज्य के मौजूदा उद्योगों को पुनर्जीवित करने, उन्हें मजबूती प्रदान करने में आ रही अड़चनों को प्राथमिकता के आधार पर दूर करने के साथ-साथ राज्य में निवेश संबंधी समझौतों को लागू करने की प्रक्रिया तेज की जाएगी।
भगवंत मान पहले ही कह चुके हैं कि राज्य सरकार के कड़े प्रयासों के कारण उद्योगपति अब पंजाब में निवेश करने को तैयार हैं। राज्य सरकार की ‘इनवेस्ट पंजाब’ मुहिम के दौरान हुए निवेश समझौतों के अनुसार टाटा स्टील (फॉर्च्यून 500) लुधियाना में सेकेंडरी स्टील सेक्टर में 2600 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। वहीं, सनातन पॉलीकॉट फतेहगढ़ साहिब में मानव निर्मित फाइबर क्षेत्र में 1600 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है। नाभा पावर (एलएंडटी) पटियाला में पावर सेक्टर में 641 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। इसी तरह, जापान की टोप्पन कंपनी नवांशहर में पैकेजिंग क्षेत्र में 548 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।
स्विट्जरलैंड की नेस्ले भी मोगा में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में 423 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। वर्धमान स्पेशल स्टील्स (आइची स्टील, जापान) लुधियाना में हाइब्रिड स्टील सेक्टर में 342 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। फ्रायडेनबर्ग (वाइब्राकॉस्टिक्स, जर्मनी) रोपड़ में ऑटो और ऑटो उपकरण सेक्टर में 338 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। बेबो टेक्नोलॉजी मोहाली में आईटी सेक्टर में 300 करोड़ रुपये का निवेश, एचयूएल (यूके) पटियाला में 281 करोड़ रुपये का निवेश और कारगिल इंडिया (यूएसए) फतेहगढ़ साहिब में पशु चारा उद्योग में 160 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।
पहले दी थी 15 दिन में एनओसी की सुविधा
पंजाब में उद्योग लगाने के इच्छुक उद्यमियों की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री मान गत 12 मई को एक हरे रंग का स्टांप पेपर भी शुरु कर चुके हैं, जिसके जरिए उद्यमियों को 15 दिन में उद्योग लगाने के लिए आवश्यक सभी तरह के अनापत्ति प्रमाण-पत्र (एनओसी) मिल सकेंगे। इनमें सीएलयू (चेंज आफ लैंड यूज) भी शामिल है। इस संबंध में विधिवत नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है। कोई भी उद्योगपति जो पंजाब में अपनी औद्योगिक इकाई स्थापित करने का इच्छुक है, वह ‘इनवेस्ट पंजाब’ पोर्टल द्वारा यह कलर कोडिड स्टांप पेपर हासिल कर सकता है और केवल इस एक स्टांप पेपर में ही सीएलयू, वन, प्रदूषण, अग्नि और अन्य विभागों से मंजूरी लेने के लिए ज़रूरी अलग-अलग फीस अदा शामिल कर दी गई हैं। उद्योगपतियों को अपनी यूनिट स्थापित करने के लिए स्टांप पेपर खरीदने के बाद 15 दिन में सभी विभागों से सभी जरूरी मंजूरी मिल जाएंगी।