अमृतसर : पंजाब को पांच नदियों की धरती कहा जाता था, लेकिन अब इसमें नशे की छठी नदी बहती नजर आ रही है और पंजाब के युवा इस नदी में डूबते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला अमृतसर के कोट खालसा इलाके का है, जहां धड़ल्ले से ड्रग्स की बिक्री हो रही थी। कोट खालसा के निवासियों द्वारा नशा विरोधी बैठक भी की गई, जिसके बाद 11 सदस्यीय टीम का गठन किया गया। इलाके में नशीले पदार्थ बेचने वालों के वीडियो भी वायरल किए गए थे, जिसके बाद नशे के खिलाफ गठित 11 सदस्यीय कमेटी ने इलाके के पार्षद के परिजनों पर नशा बेचने का आरोप लगाया था।
पुलिस की मदद से जिला पार्षद को भी कोट खालसा थाने लाया गया, जिसके बाद लोग थाने के बाहर जमा हो गए और नशा बेचने व जिला पार्षद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं दूसरी ओर स्थानीय पार्षद के पक्ष में भी कई नौजवान आ गए और नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया। वहीं नशा तस्करों के खिलाफ बनी कमेटी के कुछ सदस्यों की पुलिस से बहस शुरू हो गई।
जिसके बाद थाने के अंदर पुलिस और युवकों के बीच झड़प देखने को मिली और दो युवकों को पुलिस ने बुरी तरह पीटा। हालांकि बाद में इस मामले पर दोनों पक्षों और पुलिस की सहमति बनी और पुलिस ने नशा उन्मूलन के मामले में जांच के लिए एक दिन का समय मांगा और नशा निरोधक समिति ने भी पुलिस को 8 दिन का समय देते हुए कहा कि यदि 8 दिन में नशा बेचने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो मजबूर हो कर हमे संघर्ष करना पड़ेगा।