पंजाब में SC स्कॉलरशिप तो लेकर फिर से छात्रों का गुस्सा भड़क उठा है। छात्रों ने शुक्रवार को जालंधर के BSF चौक पर जैसे ही अपना धरना शुरू किया को मौके पर भारी पुलिस फोर्स पहुंच गई। पुलिस धरना दे रहे छात्र नेताओं नवदीप दकोहा, विशाल नूसी, कमलजीत कुमार और 6 से 7 लड़कियों को उठा कर ले गई। उनके मोबाइल तक छीन लिए गए।
पुलिस ने छात्र नेताओं को हिरासत में लेने पहले डंडों और थप्पड़ों से पीटा। इसकी वीडियो भी सामने आई है। मौके पर इकट्ठा करीब150 छात्र-छात्राएं को पुलिस ने वहां से खदेड़ दिया। छात्रों ने कहा के पुलिस उनके नेताओं को उठा कर कहां पर ले गई है इसकी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। मौके पर आदमपुर के पूर्व अकाली विधायक पवन टीनू भी पहुंचे थे।
पूर्व विधायक पवन कुमार टीनू के साथ छात्र-छात्राएं थाना बारादरी के बाहर पहुंच गए हैं। वहां पर छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी है। पूर्व विधायक ने कहा कि एक तो छात्रों को स्कॉलरशिप नहीं मिल रही है। हक मांगने के लिए प्रोटेस्ट करने पर छात्रों को पीटा जा रहा है जेलों में बंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कैसा बदलाव है।
छात्रों के दाखिले चल रहे हैं, उन्हें बिना स्कॉलरशिप का पैसा पहुंचे दाखिला नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कॉलरशिप के पैसे देकर सरकार कोई अहसान नहीं कर रही है। यह छात्र-छात्राओं का हक है। सरकार एससी छात्रों के पैसे को इधर-उधर घुमा रही है तभी तो छात्रों को परेशान होना पड़ रहा है।
थाने के बाहर मौजूद छात्र-छात्राओं ने कहा कि पुलिस जब बीएसएफ चौक पर पहुंची तो उनके साथ महिला पुलिस नहीं थी। उन्हें जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर गालियां निकाली। छात्रों को वहां से ऐसे भगाया गया जैसे वह कोई क्रिमिनल हों। उन्हें भगा-भगा कर मारा गया। पवन कुमार टीनू ने कहा आज कुछ छात्रों का पेपर है उन्हें तुरंत रिहा किया जाए।
छात्रों का आरोप है कि SC स्कॉलरशिप का पैसा अभी तक सरकार ने जारी नहीं किया है। जिसकी वजह से उन्हें स्कूलों, कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में दाखिला नहीं मिल रहा है।
छात्र नेताओं का कहना है कि SC स्कॉलरशिप का पैसा समय पर न आने के कारण कभी उन्हें चल रहे सेशन के दौरान परेशान होना पड़ता है तो कभी पैसे न मिलने के कारण शिक्षण संस्थानों द्वारा उनके नतीजे रोक लिए जाते हैं। यहां तक कि उनके परीक्षाओं के लिए भरे गए फार्म तक रोक लिए जाते हैं। अब SC स्कॉलरशिप न आने से छात्रा दाखिला नहीं ले पा रहे हैं।