Balidan Diwas: भारतीयों को सुरक्षा देने में असमर्थ हुआ पाकिस्तान, इमरान की गिरफ्तारी के बाद बदले नियम

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भारतीय श्रद्धालुओं का जत्था आठ जून को अटारी-वाघा सीमा से सड़क मार्ग से पाकिस्तान जाएगा और 16 जून को लाहौर के गुरुद्वारा डेरा साहिब में मुख्य धार्मिक समागम में शामिल होने के बाद 17 जून को भारत लौटेगा।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद बिगड़ी स्थिति का असर आठ जून को श्री गुरु अर्जन देव जी के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में गुरुद्वारों के दर्शनों के लिए पाकिस्तान जाने वाले भारतीय श्रद्धालुओं के जत्थे पर पड़ेगा। लाहौर के गुरुद्वारा डेरा साहिब में इस बार श्रद्धालु केवल एक दिन ही ठहर सकेंगे। पहले भारतीय श्रद्धालु यहां तीन दिन ठहरते थे, लेकिन इस बार पाकिस्तान में तनाव को देखते हुए वहां की सरकार ने नियमों में बदलाव किया है।

भारतीय श्रद्धालुओं का जत्था आठ जून को अटारी-वाघा सीमा से सड़क मार्ग से पाकिस्तान जाएगा और 16 जून को लाहौर के गुरुद्वारा डेरा साहिब में मुख्य धार्मिक समागम में शामिल होने के बाद 17 जून को भारत लौटेगा। पिछले वर्ष जत्थे में 400 से अधिक श्रद्धालु गए थे और बार 250 से 300 श्रद्धालुओं को ही वीजा मिलने की संभावना है।

पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अमीर सिंह ने बताया कि एहतियातन श्रद्धालुओं के लिए लाहौर के गुरुद्वारा डेरा साहिब में होने वाले मुख्य समागम स्थल पर एक रात के ठहराव का प्रबंध किया गया है। पाकिस्तान सरकार भारतीय श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के विशेष प्रबंध भी कर रही है।सबसे पहले गुरुद्वारा पंजा साहिब पहुंचेगा जत्था श्रद्धालुओं का जत्था आठ जून को सबसे पहले रावलपिंडी के समीन हस्न अब्दाल स्थित गुरुद्वारा पंजा साहिब पहुंचेगा।

नौ जून को जत्था वहीं रुकेगा और 10 जून की सुबह गुरुद्वारा ननकाना साहिब के दर्शन करके 11 जून को अन्य गुरुद्वारों के दर्शन करेगा। 12 जून को फारुखाबाद के गुरुद्वारा सच्चा सौदा में रात्रि ठहराव होगा और 13 जुन को जत्था गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के लिए रवाना होगा। दो दिन यहां ठहराव के बाद 15 जून को गुज्जरांवाला स्थित गुरुद्वारा रोडी साहिब जाने के बाद 16 जून को लाहौर पहुंचेगा। यहां गुरुद्वारा डेरा साहिब में मुख्य समारोह में शामिल होने के बाद 17 जून को जत्था भारत लौटेगा।